पूर्व विधायक तक पेश कर रहे थे दावेदारी
फिरोजाबाद का मेयर बनने का ख्वाब देखने वालों की लिस्ट वैसे तो काफी लंबी है, लेकिन इसमें पूर्व विधायक भी शामिल हो गए थे। सपा से पूर्व विधायक रह चुके मोहनदेव शंखवार समेत तमाम दावेदार दावेदारी पेश कर रहे थे। वरिष्ठ भाजपा नेता भी मेयर के पद के लिए घर-घर जाकर प्रचार प्रसार में जुट गए थे। कुछ लोगों के अरमान इसी बात को लेकर समाप्त हो गए कि सीट ही ओबीसी महिला हो गई। पहली बार ओबीसी महिला को फिरोजाबाद का मेयर बनने का सौभाग्य प्राप्त होगा। अब सभी पार्टियों के पदाधिकारी मेयर पद के लिए ओबीसी चेहरे की खोज में लग गए हैं। इस बार भाजपा भी किसी ऐसे प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारने का प्रयास करेगी जो फिरोजाबाद का मेयर बन सके।
फिरोजाबाद का मेयर बनने का ख्वाब देखने वालों की लिस्ट वैसे तो काफी लंबी है, लेकिन इसमें पूर्व विधायक भी शामिल हो गए थे। सपा से पूर्व विधायक रह चुके मोहनदेव शंखवार समेत तमाम दावेदार दावेदारी पेश कर रहे थे। वरिष्ठ भाजपा नेता भी मेयर के पद के लिए घर-घर जाकर प्रचार प्रसार में जुट गए थे। कुछ लोगों के अरमान इसी बात को लेकर समाप्त हो गए कि सीट ही ओबीसी महिला हो गई। पहली बार ओबीसी महिला को फिरोजाबाद का मेयर बनने का सौभाग्य प्राप्त होगा। अब सभी पार्टियों के पदाधिकारी मेयर पद के लिए ओबीसी चेहरे की खोज में लग गए हैं। इस बार भाजपा भी किसी ऐसे प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारने का प्रयास करेगी जो फिरोजाबाद का मेयर बन सके।
टूंडला हुई अनुसूचित जाति
फिरोजाबाद जिले के अंदर टूंडला नगर पालिका ही एक मात्र ऐसी नगर पालिका है। जिसका चुनाव हमेशा रोमांचक रहता है। विगत वर्ष करीब 40 करोड रुपया टूंडला नगर पालिका में विकास कार्य के लिए आया था। इतना पैसा भी तक किसी भी नगर पालिका में नहीं आया। इस 40 करोड रुपए के खर्च होने के बाद भी नगर की समस्या जस की तस बनी हुई हैं। इसमें करीब आठ करोड़ रूपए का एक नाला निर्माण काफी विवादित रहा। जिसका कार्य अभी भी रूका हुआ है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
फिरोजाबाद जिले के अंदर टूंडला नगर पालिका ही एक मात्र ऐसी नगर पालिका है। जिसका चुनाव हमेशा रोमांचक रहता है। विगत वर्ष करीब 40 करोड रुपया टूंडला नगर पालिका में विकास कार्य के लिए आया था। इतना पैसा भी तक किसी भी नगर पालिका में नहीं आया। इस 40 करोड रुपए के खर्च होने के बाद भी नगर की समस्या जस की तस बनी हुई हैं। इसमें करीब आठ करोड़ रूपए का एक नाला निर्माण काफी विवादित रहा। जिसका कार्य अभी भी रूका हुआ है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
पूर्व मंत्री के यहां हुई सामान्य सीट
पूर्व मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह की सिरसागंज नगर पालिका इस बार सामान्य हुई है। माना जा रहा है कि जयवीर सिंह ने पार्टी के नेताओं से मिलकर इस सीट को सामान्य कराया है। जिससे किसी उच्च वर्ग के व्यक्ति को नगर पालिका का अध्यक्ष बनाया जा सके। विधानसभा चुनाव में सपा के हरीओम यादव ने पूर्व मंत्री को करारी शिकस्त दी थी। उसके बाद से ही इस सीट पर सपा और भाजपा के बीच घमासान है। अपना वर्चस्व दिखाने के लिए भी इस सीट पर हमेशा जंग छिड़ी रहती है। इनके अलावा जसराना और फरिहा नगर पालिका में भी सामान्य सीट हुई हैं।
पूर्व मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह की सिरसागंज नगर पालिका इस बार सामान्य हुई है। माना जा रहा है कि जयवीर सिंह ने पार्टी के नेताओं से मिलकर इस सीट को सामान्य कराया है। जिससे किसी उच्च वर्ग के व्यक्ति को नगर पालिका का अध्यक्ष बनाया जा सके। विधानसभा चुनाव में सपा के हरीओम यादव ने पूर्व मंत्री को करारी शिकस्त दी थी। उसके बाद से ही इस सीट पर सपा और भाजपा के बीच घमासान है। अपना वर्चस्व दिखाने के लिए भी इस सीट पर हमेशा जंग छिड़ी रहती है। इनके अलावा जसराना और फरिहा नगर पालिका में भी सामान्य सीट हुई हैं।
शिकोहाबाद में महिला सीट
सिरसागंज से सपा विधायक हरीओम यादव का घर शिकोहाबाद में हैं। इस बार नगर पालिका चुनाव में शिकोहाबाद की सीट को महिला और एका नगर पालिका को अनुसूचित जाति महिला के लिए रिजर्व रखा गया है। अबब देखना यह है कि जिले भर में कौन कितनी सीट जीतता है। किसकी प्रतिष्ठा बचेगी और किसकी नैया भंवर में फंसेगी यह आने वाला समय बताएगा।
सिरसागंज से सपा विधायक हरीओम यादव का घर शिकोहाबाद में हैं। इस बार नगर पालिका चुनाव में शिकोहाबाद की सीट को महिला और एका नगर पालिका को अनुसूचित जाति महिला के लिए रिजर्व रखा गया है। अबब देखना यह है कि जिले भर में कौन कितनी सीट जीतता है। किसकी प्रतिष्ठा बचेगी और किसकी नैया भंवर में फंसेगी यह आने वाला समय बताएगा।