परिजनों ने नहीं उठने दिए शव
आपको बता दें कि फिरोजाबाद में पटाखा गोदाम में विस्फोट हो गया था। इसमें भाई-बहनों समेत पांच से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा राशि देने की घोषणा की लेकिन परिजनों ने इसका बहिष्कार कर दिया। हंगामा करते हुए साफ कह दिया कि मृतकों के परिवार में से एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 50 लाख का मुआवजा मिलना चाहिए। मामला इतना बढ़ा कि बवाल हो गया। परिजनों ने शव नहीं उठने दिए। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी किसी तरह गुस्साए लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन लेकिन हंगामा बढ़ता जा रहा है। परिजनों ने साफ कह दिया है कि मुआवजा बेहद कम है। फैक्ट्री में लापरवाही बरती गई जिससे इतना बड़ा नुकसान हुआ।
मुख्यमंत्री से कराई गई वीडियो कॉन्फ्रेसिंग
परिजनों ने नौशहारा में शव रखकर हंगामा किया। जिलाधिकारी रमेश रंजन और एसपी सौरभ दीक्षित समेत एडीएम विशु राजा और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मौके पर मौजूद रहे। जब गांव वाले नहीं माने तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री से भी बात कराई गई। इस दौरान गांव में लोग बेहद गुस्से में दिखाई पड़े और ग्रामीणों ने साफ कह दिया है कि यह राशि बेहद कम है। इस धनराशि को नहीं लेंगे। समाचार लिखे जाने तक मौके पर हंगामा चल रहा था।