समाजवादी पार्टी के लिए फिरोजाबाद लोकसभा सीट जीतना आसान नहीं होगा। समाजवादी पार्टी को भाजपा से डर है। सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के भय से समाजवादी पार्टी अभी से तैयारियों में जुट गई है। यहां से सपा ने लोकसभा का प्रत्याशी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव को बनाया है। ऐसे में पुत्र मोह को लेकर रामगोपाल काफी परेशान हैं और वह बेटे को जिताने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते। इसलिए चुनाव से पहले ही उन्होंने मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की फिरोजाबाद में जनसभा कराई।
फिरोजाबाद ऐसी सीट है जहां पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को भी हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में यदि अक्षय यादव की हार हुई तो अपने ही गढ़ में सपा की किरकिरी हो सकती है। इसलिए रामगोपाल यादव किसी प्रकार जीत के प्रयास में लगे हुए हैं। सपा जानती है कि जीत के लिए भाजपा कोई भी हथकंडा अपना सकती है।
सपा को केवल भाजपा से ही नहीं बल्कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के संयोजक शिवपाल यादव से भी डर लगने लगा है। अखिलेश यादव कई बार इस बात का जिक्र कर चुके हैं और बातों ही बातों में प्रसपा को भाजपा की बी पार्टी बता चुके हैं। ऐसे में उन्हें डर है कि प्रसपा यदि भाजपा के साथ मिल गई तो सपा को हार का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए सपा ने इस बार मुलायम कार्ड खेला है।