फिरोजाबाद के टूंडला नगर में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। चतुर्भुज सहाय के परम शिष्य टूंडला के रहने वाले थे। लोगों के मुताबिक उनके अंदर तमाम चमत्कारिक शक्तियां थीं। उनके बाद अब उनके पुत्र पंडित कृष्णकांत और प्रभुदयाल शर्मा उनकी गद्दी संभाल रहे हैं। जन्माष्टमी के अवसर पर तीन दिन तक यहां सत्संग का आयोजन किया जाता है। सत्संग में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भोजन, पानी और रूकने की व्यवस्था आयोजकों द्वारा की जाती है।
सत्संग में आने वाले साधक तीन दिन तक भक्ति में लीन रहते हैं। मंच पर केवल गुरू के लिए स्थान होता है जबकि देश विदेश से आने वाले साधक जमीन पर बैठकर साधना करते हैं। प्रत्येक वर्ष साधकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। पहले इस कार्यक्रम का आयोजन पंडित मिहीलाल के गांव चुल्हावली में किया जाता था। उसके बाद स्टेशन रोड स्थित उनके आश्रम पर किया जाने लगा। वहां जाम की समस्या को देखते हुए दोबारा चुल्हावली में आयोजन किया जाने लगा और इस वर्ष कार्यक्रम का आयोजन एनसीआर कॉलेज के मैदान पर किया जा रहा है।