छह दिन पहले भी हुई थी तबाही
छह दिन पहले भी सुहागनगरी की तबाही हुई थी। आंधी और तूफान ने चार लोगों की जिंदगी को समाप्त कर दिया था। इनके अलावा दर्जनों किसानों की फसल बर्बाद कर दी थी। कई किसानों के दुधारू पशु आकस्मिक काल का ग्रास बन गए थे। प्रशासनिक ने तत्परता दिखाते हुए पीड़ित किसानों को करीब 21 लाख रूपए की आर्थिक मदद पहुंचाने का काम किया था। इसमें भी तमाम किसान मदद पाने से वंचित रह गए थे।
छह दिन पहले भी सुहागनगरी की तबाही हुई थी। आंधी और तूफान ने चार लोगों की जिंदगी को समाप्त कर दिया था। इनके अलावा दर्जनों किसानों की फसल बर्बाद कर दी थी। कई किसानों के दुधारू पशु आकस्मिक काल का ग्रास बन गए थे। प्रशासनिक ने तत्परता दिखाते हुए पीड़ित किसानों को करीब 21 लाख रूपए की आर्थिक मदद पहुंचाने का काम किया था। इसमें भी तमाम किसान मदद पाने से वंचित रह गए थे।
अब फिर उड़ी फसल, टूटे पोल
सोमवार रात में एक बार फिर तूफान ने किसानों को परेशान कर दिया। तेज आंधी से किसानों की फसल उड़ गई और विद्युत पोल टूटकर गिर गए। इसकी वजह से विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई। नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में कई पेड टूटकर गिर गए। इसकी वजह से यातायात भी बाधित हो गया। हालांकि तूफान की सूचना पहले से होने की जानकारी पर प्रशासन ने जाम की स्थिति पैदा होने से पहले ही रास्ते में टूटे हुए पेड़ों को तत्काल हटवा दिया। प्रशासन एक बार फिर प्रभावित किसानों की पीड़ा सुनने के लिए तैयार हो गया है। इस मामले में डीएम नेहा शर्मा का कहना है कि दैवीय आपदा से जिस किसी किसान का नुकसान होगा उसे आर्थिक मदद मुहैया कराई जाएगी।
सोमवार रात में एक बार फिर तूफान ने किसानों को परेशान कर दिया। तेज आंधी से किसानों की फसल उड़ गई और विद्युत पोल टूटकर गिर गए। इसकी वजह से विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई। नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में कई पेड टूटकर गिर गए। इसकी वजह से यातायात भी बाधित हो गया। हालांकि तूफान की सूचना पहले से होने की जानकारी पर प्रशासन ने जाम की स्थिति पैदा होने से पहले ही रास्ते में टूटे हुए पेड़ों को तत्काल हटवा दिया। प्रशासन एक बार फिर प्रभावित किसानों की पीड़ा सुनने के लिए तैयार हो गया है। इस मामले में डीएम नेहा शर्मा का कहना है कि दैवीय आपदा से जिस किसी किसान का नुकसान होगा उसे आर्थिक मदद मुहैया कराई जाएगी।