तूफान आने की थी आशंका
तूफान आने की आशंका अभी भी लोगों के जेहन में थी। इसका नजारा बुधवार को आई तेज आंधी के दौरान देखने को मिला। अचानक धूल भरी आंधी चलने लगी। आसमान में बादलों की काली घटाएं छा गई। पूरे जनपद में अचानक अंधेरा सा छा गया। लोग सुरक्षित स्थान की ओर भागने लगे। पंद्रह मिनट तक चलीं तेज हवाओं से एटा रोड पर दो पेड़ टूटकर गिर गए। वहीं आगरा रोड पर लगे होर्डिंग हवा में उड़ गए। कुछ लोग दुकानों के अंदर घुस गए तो कुछ आंधी से बचने के लिए गेस्ट हाउस में पहुंच गए। उसके बाद बारिश शुरू हो गई।
तूफान आने की आशंका अभी भी लोगों के जेहन में थी। इसका नजारा बुधवार को आई तेज आंधी के दौरान देखने को मिला। अचानक धूल भरी आंधी चलने लगी। आसमान में बादलों की काली घटाएं छा गई। पूरे जनपद में अचानक अंधेरा सा छा गया। लोग सुरक्षित स्थान की ओर भागने लगे। पंद्रह मिनट तक चलीं तेज हवाओं से एटा रोड पर दो पेड़ टूटकर गिर गए। वहीं आगरा रोड पर लगे होर्डिंग हवा में उड़ गए। कुछ लोग दुकानों के अंदर घुस गए तो कुछ आंधी से बचने के लिए गेस्ट हाउस में पहुंच गए। उसके बाद बारिश शुरू हो गई।
करीब 20 मिनट तक दुबके रहे लोग
करीब 20 मिनट तक आंधी और बारिश हुई। थमने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। इस दौरान दुकानदारों का सामान आंधी में उड़ गया। दुकानों के बाहर रखे होर्डिंग भी उडकर दूर जा गिरे। लोग तूफान आने की आशंका जताए बैठे थे। लोगों का कहना है कि मौसम विभाग ने आठ मई को तूफान आने की आशंका व्यक्त की थी। आठ मई तो आसानी से निकल गई लेकिन नौ मई को तूफान का नजारा देखने को मिला। वहीं नगला सिंघी क्षेत्र में एक मकान धराशायी हो गया गनीमत रही कि उस दौरान मकान के अंदर कोई नहीं था। नारखी क्षेत्र में बिजली के पोल टूटकर गिर गए।
करीब 20 मिनट तक आंधी और बारिश हुई। थमने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। इस दौरान दुकानदारों का सामान आंधी में उड़ गया। दुकानों के बाहर रखे होर्डिंग भी उडकर दूर जा गिरे। लोग तूफान आने की आशंका जताए बैठे थे। लोगों का कहना है कि मौसम विभाग ने आठ मई को तूफान आने की आशंका व्यक्त की थी। आठ मई तो आसानी से निकल गई लेकिन नौ मई को तूफान का नजारा देखने को मिला। वहीं नगला सिंघी क्षेत्र में एक मकान धराशायी हो गया गनीमत रही कि उस दौरान मकान के अंदर कोई नहीं था। नारखी क्षेत्र में बिजली के पोल टूटकर गिर गए।