कॉलेज प्राचार्य पर लगे आरोप
तहसील दिवस में पहुंचे छात्र-छात्राओं ने काॅलेज प्रबंधन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया। डीएम से शिकायत करते हुए छात्र-छात्राओं ने बताया कि सत्र 2017-18 में फीरोजाबाद के एसआरके महाविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष के छात्रों से 2615 रुपए फीस ली गई जबकि यहां पांच हजार रुपए फीस ली गई। स्नातक स्तर तक की बालिकाओं के लिए शिक्षा निशुल्क है। इसके बाद भी 2517 रुपए फीस ली गई।
तहसील दिवस में पहुंचे छात्र-छात्राओं ने काॅलेज प्रबंधन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया। डीएम से शिकायत करते हुए छात्र-छात्राओं ने बताया कि सत्र 2017-18 में फीरोजाबाद के एसआरके महाविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष के छात्रों से 2615 रुपए फीस ली गई जबकि यहां पांच हजार रुपए फीस ली गई। स्नातक स्तर तक की बालिकाओं के लिए शिक्षा निशुल्क है। इसके बाद भी 2517 रुपए फीस ली गई।
दूसरे महाविद्यालयों में कम है फीस
एसआरके में द्वितीय वर्ष के छात्रों से 2315 रुपए फीस ली गई जबकि यहां 3300 रुपए फीस ली गई। महाविद्यालय में खेलकूद के नाम पर 200 रुपए लिए गए लेकिन आज तक कोई खेलकूद नहीं कराया गया। परीक्षा शुल्क के नाम पर 1800 रुपए लिए गए। सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर 50 रुपए लिए जबकि महाविद्यालय में कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होते। महाविद्यालय की छत और फर्स जीर्ण क्षीर्ण हालत में है। भवन रख रखाव के नाम पर 30 रुपए लिए जाते हैं। छात्र-छात्राओं को पीने का पानी भी नहीं मिलता है। पुस्तकालय और प्रासंगिक शुल्क के रूप में 57 रुपए लिए जाते हैं जबकि पुस्तकालय कक्ष महाविद्यालय में नहीं है। छात्र-छात्राओं ने अतिरिक्त रुपए वापस किए जाने की मांग की है। डीएम ने मामले की जांच कराए जाने के निर्देश दिए हैं।
एसआरके में द्वितीय वर्ष के छात्रों से 2315 रुपए फीस ली गई जबकि यहां 3300 रुपए फीस ली गई। महाविद्यालय में खेलकूद के नाम पर 200 रुपए लिए गए लेकिन आज तक कोई खेलकूद नहीं कराया गया। परीक्षा शुल्क के नाम पर 1800 रुपए लिए गए। सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर 50 रुपए लिए जबकि महाविद्यालय में कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होते। महाविद्यालय की छत और फर्स जीर्ण क्षीर्ण हालत में है। भवन रख रखाव के नाम पर 30 रुपए लिए जाते हैं। छात्र-छात्राओं को पीने का पानी भी नहीं मिलता है। पुस्तकालय और प्रासंगिक शुल्क के रूप में 57 रुपए लिए जाते हैं जबकि पुस्तकालय कक्ष महाविद्यालय में नहीं है। छात्र-छात्राओं ने अतिरिक्त रुपए वापस किए जाने की मांग की है। डीएम ने मामले की जांच कराए जाने के निर्देश दिए हैं।