बड़ा लालपुर निवासी लौकिक उर्फ कृष्णा (2) पुत्र सतेंद्र यादव 16 सितंबर की शाम से लापता हो गया था। वह घर के बाहर खेल रहा था। देर शाम तक वह नहीं दिखाई दिया तो परिजन परेशान हो गए। उन्होंने लोकिक की काफी तलाश की। पूरे गांव में उसको ढूंढा। उसका कोई सुराग नहीं लगा। उसके न मिलने से परिजन घबरा गए। बालक का शव गुरुवार को उसके ताऊ महेश के घर के पीछे खेत में पड़ा मिला। गांव के युवक वहां पर फुटबाल खेल रहे थे। क्षेत्र में दुर्गंध आने पर उन लोगों का ध्यान उधर गया। शव मिट्टी से दबा हुआ था। उसकी बनियान दिख रही थी। पता चलते ही पिता महेश व परिवार के अन्य सदस्य भी आ गए।
देखा तो वह लौकिक का ही शव था। शव को देख उसकी मां शशी अचेत होकर वहीं गिर पड़ी। बालक के शव मिलने का पता चलते ही सीओ सिटी इन्दुप्रभा तथा कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। सीओ ने काफी देर तक मामले की तहकीकात की। परिवार के लोगों से पूछताछ की। पता चलते ही फॉरेंसिक टीम भी वहां पहुंची। टीम ने अपने तरीके से वहां छानबीन की। गांव के लोगों से भी बात की। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम को मेडिकल के लिए भिजवाया। पुलिस ने देर शाम बच्चे की हत्या के मामले में उसकी ताई को गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी सचिंद्र पटेल ने बताया बालक अलौकिक की हत्या के मामले में उसकी ताई को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने हत्या कर शव अपने मकान के ऊपरी हिस्से में बोरी में बंद कर रखा था। रात को जब ज्यादा दुर्गंध आई तो उसने शव को ऊपर खिड़की से नीचे फेंक दिया। डॉग स्क्वायड मौके पर पहुंचा तो वह उस कमरे तक गया। बाद में पूछताछ की गई तो सारी बात का खुलासा हो गया। पुलिस सूत्रों की मानें तो महेश की बेटी की मौत तीन सितंबर को हो गई थी। वहीं लौकिक का जन्मदिन 10 सितंबर को था। ताई ने उसका जन्मदिन मनाने से मना किया पर बालक की मां नहीं मानी। उसने जन्मदिन मनाया। इसी बात को लेकर बालक की ताई काफी नाराज थी। इसी कारण उसने घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने दिनभर उसके ताऊ महेश व ताई नीतू से पूछताछ की।
पिता की मौत के बाद सतेंद्र के भाई ने परिवार की देखरेख करना शुरू किया। उसने अपने कारोबार में दोनों भाइयों को लगाया। उसी से सत्येंद्र व छोटे भाई कुलदीप का परिवार चल रहा है। लौकिक का पिता सतेंद्र अपने भाई की शराब के ठेके पर सेल्समैन है। उसकी ठेका जमालपुर में है। सतेंद्र तीन भाई है। उसका छोटा भाई भी महेश के यहां पर ही काम करता है। के घर गांव में कुछ ही दूरी पर हैं। बालक की हत्या से सभी हैरत में हैं।
ताऊ की बेटी की भी कुछ दिन पहले हो चुकी है मौत
भाई महेश की बेटी गार्गी की 3 सितंबर को संदिग्ध हालातों में मौत हो गई थी। वह गोबर लेने के लिए गई थी। वहीं पर गिरकर वह मर गई थी। लोगों का मानना था कि किसी जहरीले कीड़े ने उसे काट लिया होगा। बेटी की मौत से परिजन काफी दुखी हैं। उनकी एक बेटी रितू हरिद्वार में पढ़ रही है। उनके एक बेटा भानु है। लौकिक की हत्या से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। उसकी मां शशी की रोते रोते आंखें सूज गई हैं। गांव में मौत का सन्नाटा पसरा हुआ है। उसके घर पर लोगों की भीड़ लगी हुई है। लोग परिवारीजनो को ढांढस बंधाने का प्रयास करते रहे। लौकिक दो भाई थे। उसकी मौते के बाद एक बेटा कन्हैया (4) भी मां को रोते देख गुमसुम सा हो गया। उसे अहसास ही नहीं है कि उसके भाई का साथ हमेशा के लिए छूट गया।