मंदिर के सामने रखें शस्त्र
पंडित जी ने बताया कि क्षत्रिय समाज के लोग शस्त्र पूजन करने से पहले अपने शस्त्रों को यथा स्थिति अनुसार स्नान कर मंदिर के सामने चौकी या किसी आसन पर रख सकते हैं। शस्त्रों की रोली, चावल, गंगाजल, कलावा, बतासे लगाकर पूजा अर्चना करें। इस समय समी के पत्ते और जड़ को जरूर पास में रखें। शस्त्र भगवान राम की शोभा बढ़ाते थे लेकिन शनि लोहे में वास करते हैं। शनि की कुदृष्टि जिस व्यक्ति पर हो जाती है, उसे काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है।
पंडित जी ने बताया कि क्षत्रिय समाज के लोग शस्त्र पूजन करने से पहले अपने शस्त्रों को यथा स्थिति अनुसार स्नान कर मंदिर के सामने चौकी या किसी आसन पर रख सकते हैं। शस्त्रों की रोली, चावल, गंगाजल, कलावा, बतासे लगाकर पूजा अर्चना करें। इस समय समी के पत्ते और जड़ को जरूर पास में रखें। शस्त्र भगवान राम की शोभा बढ़ाते थे लेकिन शनि लोहे में वास करते हैं। शनि की कुदृष्टि जिस व्यक्ति पर हो जाती है, उसे काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है।
शनि को करें प्रसन्न
शनि को प्रसन्न करने के लिए समी की जड़ की पूजा अर्चना करने के बाद उसे काले कपड़े में बांधकर पूजा स्थान में रख दें या बाजू में बांध सकते हैं। ऐसा करने से शनिदेव आप पर प्रसन्न रहेंगे और उनकी कृपा बनी रहेगी। ऐसे में शनि देव की दृष्टि उस व्यक्ति पर सार्थक सिद्ध होगी। शनि की कुदृष्टि पड़ने पर ही आपका अपना शस्त्र आपके लिए घातक हो जाता है। इसलिए शस्त्र पूजन करने से पहले इस विधि को जरूर अपनाएं। इसे करने से अवश्य लाभ मिलेगा।
शनि को प्रसन्न करने के लिए समी की जड़ की पूजा अर्चना करने के बाद उसे काले कपड़े में बांधकर पूजा स्थान में रख दें या बाजू में बांध सकते हैं। ऐसा करने से शनिदेव आप पर प्रसन्न रहेंगे और उनकी कृपा बनी रहेगी। ऐसे में शनि देव की दृष्टि उस व्यक्ति पर सार्थक सिद्ध होगी। शनि की कुदृष्टि पड़ने पर ही आपका अपना शस्त्र आपके लिए घातक हो जाता है। इसलिए शस्त्र पूजन करने से पहले इस विधि को जरूर अपनाएं। इसे करने से अवश्य लाभ मिलेगा।