महिला पार्षद की मौत
फिरोजाबाद में कोरोना संक्रमित एक और महिला पार्षद की मौत हो गई। वार्ड नंबर 46 की पार्षद का बुधवार सुबह निधन हुआ है। विगत चार दिन से पार्षद बीमार थीं। 30 मई को उनकी कोरोना जांच कराई गई थी जिसकी रिपोर्ट मंगलवार को पॉजिटिव आई थी। बुधवार सुबह आईसोलेशन वार्ड में उनकी मौत हो गई। फिरोजाबाद में कोरोना संक्रमण से यह 14वीं मौत है। इससे पूर्व 30 मई को वार्ड नंबर दो की महिला पार्षद की भी कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी। इससे पहले सरकारी मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना संक्रमित महिला पार्षद ने शनिवार सुबह दम तोड़ दिया था। जिले में तब 12वीं मौत थी।

बुखार से थी पीड़ित
नगर निगम की 65 वर्षीय महिला पार्षद को 12 मई को बुखार आ गया था। पहले तो उन्होंने खुद दवाई ले ली। बाद में एक निजी चिकित्सक को दिखाया। स्वास्थ्य में सुधार न होने पर परिजनों ने 21 मई को उन्हें एक निजी अस्पताल में कराया था। चिकित्सक ने महिला पार्षद में कोरोना के लक्षण को देखते हुए सरकारी मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया। 24 मई को महिला पार्षद की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आ गई, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार न होने के कारण परिजन उनको आगरा के एक निजी अस्पताल में ले गए। निजी लैब में जांच कराने पर कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद महिला पार्षद को दोबारा मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था। गंभीर हालत होने पर महिला पार्षद को वेंटिलेटर पर रखा गया था। शनिवार सुबह उनकी मौत हो गई थी। बुधवार को डॉ. एसके दीक्षित ने बताया कि 7 नए केस आए हैं। संक्रमितों की संख्या 288 पहुंच गई है। इसके साथ ही एक्टिव केस भी बढ़ गए हैं।
फिरोजाबाद में कोरोना संक्रमित एक और महिला पार्षद की मौत हो गई। वार्ड नंबर 46 की पार्षद का बुधवार सुबह निधन हुआ है। विगत चार दिन से पार्षद बीमार थीं। 30 मई को उनकी कोरोना जांच कराई गई थी जिसकी रिपोर्ट मंगलवार को पॉजिटिव आई थी। बुधवार सुबह आईसोलेशन वार्ड में उनकी मौत हो गई। फिरोजाबाद में कोरोना संक्रमण से यह 14वीं मौत है। इससे पूर्व 30 मई को वार्ड नंबर दो की महिला पार्षद की भी कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी। इससे पहले सरकारी मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना संक्रमित महिला पार्षद ने शनिवार सुबह दम तोड़ दिया था। जिले में तब 12वीं मौत थी।

बुखार से थी पीड़ित
नगर निगम की 65 वर्षीय महिला पार्षद को 12 मई को बुखार आ गया था। पहले तो उन्होंने खुद दवाई ले ली। बाद में एक निजी चिकित्सक को दिखाया। स्वास्थ्य में सुधार न होने पर परिजनों ने 21 मई को उन्हें एक निजी अस्पताल में कराया था। चिकित्सक ने महिला पार्षद में कोरोना के लक्षण को देखते हुए सरकारी मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया। 24 मई को महिला पार्षद की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आ गई, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार न होने के कारण परिजन उनको आगरा के एक निजी अस्पताल में ले गए। निजी लैब में जांच कराने पर कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद महिला पार्षद को दोबारा मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था। गंभीर हालत होने पर महिला पार्षद को वेंटिलेटर पर रखा गया था। शनिवार सुबह उनकी मौत हो गई थी। बुधवार को डॉ. एसके दीक्षित ने बताया कि 7 नए केस आए हैं। संक्रमितों की संख्या 288 पहुंच गई है। इसके साथ ही एक्टिव केस भी बढ़ गए हैं।