लूटी गई थी बाइक
थाना नगला सिंघी की पुलिस एक युवक की मौत के बाद आरोपों में घिर गई। 27 सितंबर को बाइक सवार तीन बदमाश थाना नारखी के गांव त्रिलोकपुर निवासी सुनील वर्मा व उनके साथी प्रेम कश्यप से बाइक, दस हजार रुपये की नकदी व मोबाइल लूटकर फरार हो गए थे। पुलिस पूछताछ के लिए 33 वर्षीय पिंटू पुत्र सूबेदार को पकड़कर ले गई थी। तीस सितंबर को वह उसे छुड़ाकर लाए। उसके शरीर पर चोटों के निशान थे, दो दिन तक पुलिस ने उसे थर्ड डिग्री दी। उसके गुप्तांग पर भी करंट लगाया गया था। जिसके चलते वह दहशत में था।
थाना नगला सिंघी की पुलिस एक युवक की मौत के बाद आरोपों में घिर गई। 27 सितंबर को बाइक सवार तीन बदमाश थाना नारखी के गांव त्रिलोकपुर निवासी सुनील वर्मा व उनके साथी प्रेम कश्यप से बाइक, दस हजार रुपये की नकदी व मोबाइल लूटकर फरार हो गए थे। पुलिस पूछताछ के लिए 33 वर्षीय पिंटू पुत्र सूबेदार को पकड़कर ले गई थी। तीस सितंबर को वह उसे छुड़ाकर लाए। उसके शरीर पर चोटों के निशान थे, दो दिन तक पुलिस ने उसे थर्ड डिग्री दी। उसके गुप्तांग पर भी करंट लगाया गया था। जिसके चलते वह दहशत में था।
पेड़ पर लटका मिला शव
पुलिस ने दूसरे दिन भी युवक को पूछताछ के लिए थाने बुलाया था लेकिन इससे पहले ही युवक ने रस्सी के सहारे पेड़ पर लटककर आत्महत्या कर ली। मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस पचास हजार रुपये की मांग कर रही थी। उनका पुत्र फिरोजाबाद के श्रीनाथ फैक्ट्री में काम करता है। घटना के दिन भी वह फैक्ट्री में था। पुलिस की पिटाई से परेशान होकर उसने खुदकशी की है। उनके पुत्र के विरुद्ध करीब छह साल पहले एक लूट का झूठा मुकदमा दर्ज किया था। घटना से नाराज ग्रामीणों ने शव नहीं उठने दिया और हंगामा करने लगे।
पुलिस ने दूसरे दिन भी युवक को पूछताछ के लिए थाने बुलाया था लेकिन इससे पहले ही युवक ने रस्सी के सहारे पेड़ पर लटककर आत्महत्या कर ली। मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस पचास हजार रुपये की मांग कर रही थी। उनका पुत्र फिरोजाबाद के श्रीनाथ फैक्ट्री में काम करता है। घटना के दिन भी वह फैक्ट्री में था। पुलिस की पिटाई से परेशान होकर उसने खुदकशी की है। उनके पुत्र के विरुद्ध करीब छह साल पहले एक लूट का झूठा मुकदमा दर्ज किया था। घटना से नाराज ग्रामीणों ने शव नहीं उठने दिया और हंगामा करने लगे।
पहुंचे थे प्रशासनिक अधिकारी
मौके पर एसडीएम राजेश कुमार वर्मा व सीओ देवेन्द्र कुमार समेत काफी संख्या में पुलिस फोर्स पहुंच गया था। परिजन थानाध्यक्ष के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे थे। सीओ का कहना है कि मृतक को पूछताछ के लिए लाया गया था। कुछ देर बाद ही उसे गांव के एक व्यक्ति के सुपुर्द कर दिया गया था। थर्ड डिग्री के आरोप गलत हैं। मृतक के अपने पीछे विकलांग पिता व सात वर्षीय पुत्री रागिनी, पांच वर्षीय राघव, तीन वर्षीय कल्लो व एक वर्षीय प्रज्ञा को रोते बिलखते छोड़ा है। पत्नी नीलम का रो-रोकर बुरा हाल था।
मौके पर एसडीएम राजेश कुमार वर्मा व सीओ देवेन्द्र कुमार समेत काफी संख्या में पुलिस फोर्स पहुंच गया था। परिजन थानाध्यक्ष के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे थे। सीओ का कहना है कि मृतक को पूछताछ के लिए लाया गया था। कुछ देर बाद ही उसे गांव के एक व्यक्ति के सुपुर्द कर दिया गया था। थर्ड डिग्री के आरोप गलत हैं। मृतक के अपने पीछे विकलांग पिता व सात वर्षीय पुत्री रागिनी, पांच वर्षीय राघव, तीन वर्षीय कल्लो व एक वर्षीय प्रज्ञा को रोते बिलखते छोड़ा है। पत्नी नीलम का रो-रोकर बुरा हाल था।
पुलिस ने दिए पांच लाख
पोस्टमार्टम होने के बाद शनिवार सुबह शव गांव पहुंचा। जहां परिजनों और ग्रामीणों ने आर्थिक सहायता राशि दिलवाए जाने की मांग की उसके बाद ही अंतिम संस्कार होने की बात कही। पुलिस ने आनन—फानन में पांच लाख रुपए मृतक के परिजनों को दिए। इसके बाद ग्रामीणों ने भी अपने स्तर से मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता, राशन, मकान और अन्य सामग्री देने की घोषणा की। इसके बाद भी मृतक युवक की पिटाई करने वाले आरोपी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करने लगे। सीओ देवेन्द्र कुमार ने जांच कर उनके विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब जाकर परिजन अंतिम संस्कार करने को तैयार हुए।
पोस्टमार्टम होने के बाद शनिवार सुबह शव गांव पहुंचा। जहां परिजनों और ग्रामीणों ने आर्थिक सहायता राशि दिलवाए जाने की मांग की उसके बाद ही अंतिम संस्कार होने की बात कही। पुलिस ने आनन—फानन में पांच लाख रुपए मृतक के परिजनों को दिए। इसके बाद ग्रामीणों ने भी अपने स्तर से मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता, राशन, मकान और अन्य सामग्री देने की घोषणा की। इसके बाद भी मृतक युवक की पिटाई करने वाले आरोपी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करने लगे। सीओ देवेन्द्र कुमार ने जांच कर उनके विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब जाकर परिजन अंतिम संस्कार करने को तैयार हुए।