विशेषज्ञों की मानें तो यदि आप दूध और केले के दोनों के पोषण को पाना चाहते हैं तो पहले दूध का सेवन कर लें और उसके लगभग 20-25 मिनट बाद केला खा सकते हैं। लेकिन हमें दूध, केले से बनने वाला मिल्कशेक या स्मूदी पीने से परहेज करना चाहिए क्योंकि यह हमारे पाचन तंत्र में गड़बड़ पैदा कर पाचन-क्रिया में बाधा डालकर सोने के तरीके को प्रभावित कर सकता है।
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इसके अलावा आयुर्वेद के प्राचीन विज्ञान के अनुसार प्रत्येक खाद्य पदार्थ का अपना एक स्वाद, रस, ऊर्जा एवं पाचन प्रभाव होता है। मनुष्य में भोजन उसका पाचन जठराग्नि द्वारा होता है। इसके लिए आवश्यक है कि सही समय पर सही भोजन संयोजन का सेवन करें। यहां तक कि आयुर्वेद तो दूध के साथ केले के संयोजन को बिल्कुल सही नहीं मानता है। क्योंकि इससे पेट में जहरीले पदार्थ पैदा होकर हमें उल्टी, दस्त, खांसी, एलर्जी अथवा पाचन संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
इसके विलोम, पोषण विशेषज्ञ शिल्पा अरोड़ा का कहना है कि- ‘जो लोग भारी व्यायाम करते हैं और बॉडी बनाना चाहते हैं उनके लिए वर्कआउट के बाद यह वजन बढ़ाने और ऊर्जा देने वाला संयोजन हो सकता है। एलर्जी या अस्थमा वाले रोगियों को इससे दूर ही रहना चाहिए।
हालांकि केले और दूध के संयोजन को साथ में लेने या ना लेने पर अलग-अलग राय हैं। इसलिए बेहतर है कि दो खाद्य पदार्थों को अलग-अलग सेवन करके उनके पोषक तत्व ग्रहण कर सकते हैं।