थाईलैंड के खिलाफ बड़ी जीत मिलने से बढ़ा हुआ है हौसला
भारतीय टीम और उसके कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन का हौसला थाईलैंड के खिलाफ खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन से बढ़ा हुआ है। थाईलैंड के खिलाफ पहला हाफ 1-1 की बराबरी पर रहने के बाद भारत ने दूसरे हाफ मजबूत थाई डिफेंस को तोड़ कर गोलों की बरसात कर दी थी। कोच कांस्टेनटाइन ने कहा कि उनकी टीम काफी युवा है। इस कारण वह काफी रोमांचित है। मेजबान टीम के साथ होने वाला मैच काफी अलग होगा, क्योंकि यह टीम काफी मजबूत है, लेकिन मेरे लड़कों के लिए यूएई उनके रास्ते में खड़ी सिर्फ एक अन्य टीम है।
भारतीय फॉरवर्ड शानदार फॉर्म में
भारतीय फॉरवर्ड खिलाड़ियों ने थाईलैंड के खिलाफ खेले गए पिछले मुकाबले में शानदार खेल दिखाया था। सुनील छेत्री ने दो गोल किए तो मिडफील्डर अनिरुद्ध थापा ने भी जमाए। यहां तक कि स्थानापन्न के रूप में सेकेंड हॉफ में मैदान पर आए जेजे लालपेखलुवा ने भी मैदान पर आते ही एक गोल जमा दिया। बता दें कि मिड फील्डर अनिरुद्ध थापा का यह पहला अंतरराष्ट्रीय गोल था। हालांकि आशिक कुरुनियन इस मैच में कोई गोल नहीं कर सके, लेकिन उन्होंने अपने शानदार खेल से सबका ध्यान खींचा। छेत्री और एफसी पुणे सिटी के विंगर कुरुनियन ने पूरे समय थाईलैंड की रक्षापंक्ति को हमेशा व्यस्त रखा। कुरुनियन से यूएई के खिलाफ भी इसी तरह के चमकदार खेल की उम्मीद की जा रही है।
रैंकिंग में यूएई बेहतर है
बता दें कि भारत की फीफा रैंकिंग जहां 97 है, तो वहीं यूएई की रैंकिंग 79वीं है। उसका रिकॉर्ड और रैंकिंग दोनों भारत से काफी ज्यादा बेहतर है। ग्रुप-ए में वह सबसे ऊंची रैंकिंग वाली टीम है और वह भारत को परेशानी में डाल सकता है। एक मजबूत टीम के खिलाफ मिडफील्ड में थापा और प्रणय हलधर को अपना 100 प्रतिशत देना होगा।
डिफेंस को भी रहना होगा चौकस
भारत को डिफेंस को लेकर कोच कांटेस्टाइन कई बार चिंता जता चुके हैं, हालांकि थाईलैंड के खिलाफ रक्षा पंक्ति ने शानदार खेल दिखाया था। लेकिन यूएई की टीम के खिलाफ उन्हें ज्यादा सावधान रहना होगा, क्योंकि 2015 में एशियन प्लेयर ऑफ द ईयर चुने गए अहमद खलील और अली मबखाउत जैसे खिलाड़ी ब्लू टाइगर्स के लिए खतरा हो सकते हैं। ये खिलाड़ी गोल के मौके भुनाने में माहिर हैं। मबखाउत को यूएई के लिए सबसे अधिक गोल करने वाला खिलाड़ी बनने के लिए सात गोलों की जरूरत है। ऐसे में संदेश झिंगन और अनस इडाथोडिका को बैकलाइन में काफी सतर्क रहना होगा।
घरेलू दर्शकों का भी मिलेगा सपोर्ट
इसके अलावा जो सबसे बड़ी बात यूएई के पक्ष में जाती है, वह है कि वह अपने देश में एशिया कप खेल रहा है और उसे घरेलू दर्शकों का पूरा सपोर्ट मिलेगा। इसके अलावा वह अपने पहले पहले मैच में पूरे तीन अंक हासिल न कर पाने के कारण जीत हासिल करने के लिए और ज्यादा बेताब है। उनके कोच ने भी माना कि भारत के खिलाफ वे बदली हुई मानसिकता के साथ उतरेगी। यूएई कोच अल्बटरे जाचेरोनी ने कहा कि उनके खिलाड़ी पहले मैच में अपनी संघर्षशक्ति नहीं दिखा सके थे। भारत के खिलाफ वह गलती नहीं करेंगे। बदली मानसिकता के साथ मैदान पर उतरेंगे।
यूएई की टीम को चोटिल ओमर अब्दुल रहमान की कमी खलेगी। ओमर को एशिया के सबसे अच्छे खिलाड़ियों में से एक माना जाता है, लेकिन जाचेरोनी की टीम ओमर के बगैर भी काफी मजबूत है। इस कारण गोलपोस्ट के सामने गुरप्रीत सिंह संधू को काफी सावधान रहना होगा।
भारतीय टीम :
गोलकीपर : गुरप्रीत सिंह संधू, अमरिंदर सिंह, विशाल कैथ।
डिफेंडर : प्रीतम कोटाल, संदेश झिंगन, अनस एदाथोडिका, सलाम रंजन सिंह, सार्थक गोलुई, सुभाशीष बोस और नारायण दास।
मिडफील्डर : उदांता सिंह, जैकीचंद सिंह, प्रणय हलधर, अनिरुद्ध थापा, विनीत राय, रॉलिगं बोर्गेस, जर्मनप्रीत सिंह, अशिक कुरुनियान, हालीचरण नारजारे।
फारवर्ड : सुनील छेत्री, जेजे लालपेखलुआ, बलवंत सिंह, सुमित पस्सी।