पहली बार 24 टीमें ले रही हैं भाग
एशियन फुटबॉल महासंघ (एएफसी) के इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट में इस बार कुल टीमों की संख्या बढ़ाकर 24 कर दी गई है। इससे पहले अंतिम चरण में सिर्फ 16 टीमें होती थीं। आज पहला मैच जाएद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में मेजबान यूएई और बहरीन के बीच खेला जाना है। बता दें कि भारत भी इसी ग्रुप में है। भारत अपना पहला मैच रविवार को अल नाहयान स्टेडियम में थाइलैंड के खिलाफ खेलेगा।
पिछली बार बुरी तरह मिली थी हार
भारतीय टीम ने पिछली बार 2011 में एशियन कप में भाग लिया था। तब उसे ग्रुप चरण में ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और बहरीन के हाथों करारी मात मिली थी। 2015 में इस टूर्नामेंट में क्वालिफाई करने से चूक गया था।
इस बार ग्रुप चरण में अच्छा प्रदर्शन करने की है उम्मीद
भारतीय टीम से एशिया कप जीतने की उम्मीद तो उसका कट्टर से कट्टर प्रशंसक नहीं लगा रहा है, लेकिन उसे उम्मीद है कि इस बार ग्रुप चरण में भारत का प्रदर्शन बेहतर रहेगा और वह प्री-क्वार्टरफाइनल के लिए क्वालिफाई कर जाएगा। इसकी वजह यह है कि इस बार उसके ग्रुप में कोरिया या ऑस्ट्रेलिया जितनी मजबूत टीम नहीं है। लेकिन बहरीन, थाइलैंड और संयुक्त अरब अमीरात की टीमें भी कड़ी प्रतिद्वंद्वी हैं। इसलिए भारत को ग्रुप चरण से टॉप 2 में स्थान बनाने के लिए शत-प्रतिशत देना होगा। दूसरे चरण में भारत के पहुंचने की उम्मीद इसलिए भी है कि युवा भारतीय टीम का प्रदर्शन पिछले कुछ दिनों से काफी शानदार रहा है। वह पिछले 13 मैचों से अपराजेय है तो दूसरी तरफ ग्रुप ए की तीन प्रतिद्वंद्वियों में से 2 की रैंकिंग भी भारत से कम है, लेकिन इतनी भी कम नहीं कि बाघ और मेमने की लड़ाई हो जाए। सब टीमों में थोड़ा का ही अंतर है। इसलिए सावधानी बेहद जरूरी है। इस पर से इन तीनों टीमों को बड़े स्तर पर खेलने का अनुभव भारतीय टीम से बहुत ज्यादा है। इस ग्रुप की सबसे अधिक रैंकिंग वाली टीम मेजबान संयुक्त अरब अमीरात है। इसकी विश्व रैंकिंग 79 है तो दूसरे नंबर पर 97वीं रैंकिंग के साथ भारत है। इसके अलावा थाईलैंड और बहरीन की विश्व फीफा रैंकिंग क्रमश: 111वीं और 113वीं है। इस वजह से यह उम्मीद की जा रही है कि टॉप 2 टीमों में भारत स्थान बना सकता है। इसके अलावा भारत को अपने करिश्माई कप्तान सुनील छेत्री से भी काफी उम्मीदें हैं, जिन्होंने अपने देश के लिए खेलते हुए दुनिया के किसी प्लेयर यहां तक कि लियोनल मैस्सी से भी ज्यादा 64 गोल किए हैं।
आस्ट्रेलिया, कोरिया और जापान हैं खिताब के दावेदार
एशिया कप में आई टीमों में खिताब की दावेदार टीमों में पिछली बार (2015) की विजेता ऑस्ट्रेलियाई का दावा सबसे मजबूत है। कोच ग्राहम आर्नोल्ड की देखरेख में कंगारू टीम टिम काहिल और माइल जेडिनाक के बाद नए दौर से गुजर रही है। वहीं दक्षिण कोरिया और जापान की टीम भी काफी मजबूत है। इरान भी उलटफेर करने में सक्षम बताई जा रही है।