ब्लूज ने शुरू से ही मैच पर अपना दबदबा कायम रखा और पहले हाफ में अधिकांश समय तक गेंद को अपने कब्जे में रखा। उन्होंने गौरों को मैच में सेटल होने का कोई मौका नहीं दिया। पहला गोल 24वें मिनट में फ्री-किक से हुआ, जब रोहित कुमार के फाउल के कारण सुनील छेत्री ने अपनी टीम को गोल करके बढ़त दिलाई। यह उनका टूर्नामेंट का तीसरा गोल था। विशेष रूप से ब्रूनो रामिरेस के साथ बीएफसी का दबदबा कायम रहा, जो विंगर उदंता सिंह और नामग्याल भूटिया को सटीक सहायता प्रदान कर रहे थे। ब्रूनो टूर्नामेंट का अपना दूसरा गोल करके बीएफसी की बढ़त को दोगुना कर दिया।
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बीएफसी ने दूसरे हाफ की शुरूआत शानदार तरीके से की, लेकिन एफसीजी ने मैच में वापसी के लिए अधिक जोश दिखाया। उन्होंने मैदान पर सामने वाली टीम पर दबाना शुरू कर दिया और अधिक मौके बनाने लगे। बीएफसी मिडफील्ड और डिफेंस दबाव में आ गए और पहला गोल उनकी गलती से आया।
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फ्रांगकी बुम ने गोवा एफसी के लिए पहला गोल दाग कर स्कोर 2-1 कर दिया। इसके बाद दूसरा गोल 63वें मिनट में लेस्ली रेबेलो ने करके स्कोर को 2-2 से बराबर कर दिया। गौर ने अपने डूरंड कप अभियान को चार अंकों के साथ समाप्त किया, जबकि बेंगलुरु के तीन मैचों में सात अंक हासिल हैं। ग्रुप ए के विजेताओं का फैसला करने के लिए बेंगलुरु एफसी 2 सितंबर को मोहम्मडन एससी से खेलेगा।