– महफूजा अख्तर के खिलाफ स्थानीय खेल अधिकारी यह कहते हुए मानहानी का मुकदमा भी दर्ज किया गया कि उन्होंने पूरे देश को शर्मसार किया है। इस मामले में महफूजा के वकील ने कहा कि शनिवार को उनकी जमानत अर्जी को ठुकरा दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। लियाकत हुसैन ने कहा, “हमने जमानत की मांग की जिसके बाद उन्हें कोर्ट ले जाया गया, लेकिन हमारी प्राथनाएं नहीं सुनी गई।”
– हसीना की सरकार पर विभिन्न मानवाधिकार समूहों ने कड़े कानून के जरिए देश में जनता की आवाज को दबाने का आरोप लगाया है। करोन ने एक टीवी शो के दौरान कहा था कि प्रधानमंत्री क्रिकेट के लिए पागल बांग्लादेश में फुटबाल को नजरअंदाज कर रही हैं। इसके कारण उनपर मुकदमा दर्ज किया गया।
उन्होंने कहा था कि “प्रधानमंत्री फुटबाल और क्रिकेट को लेकर दोहरा रवैया अपनाती हैं। वह अपने निजी स्वार्थ के लिए क्रिकेट को इनाम देती है और फुटबाल को नजरअंदाज करती हैं।”
वहीं शेख हसीना ने अभी तक इस मुद्दे पर किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं की है।