जमकर मेहनत कर रही है पराग्वे की टीम
फीफा वर्ल्ड कप फुटबाल खेलने वाली टीमों के लिए एक बड़ा प्लेटफार्म होता है। हर टीम की ख्वाइश होती है कि वे विश्व कप में बेहतर प्रदर्शन करें। पराग्वे की टीम का भी यही मानना है। पराग्वे की टीम इसके लिए जमकर मेहनत भी कर रही है।
कड़ी चुनौती देंगे हम – पराग्वे के कोच
टीम की तैयारियों में जुटे पराग्वे के कोच गुस्तावो मॉरिनिगो का कहना है कि हम बेशक बड़े देश से नहीं है। लेकिन हम अपने विरोधियों को कड़ी चुनौती देंगे। हमारा लक्ष्य अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन सुधारने का है।
रात दो बजे खेल रही मैच
पराग्वे की टीम रात के दो बजे अभ्यास कर रही है। पराग्वे की टीम ऐसा इसलिए कर रही है, ताकि वे भारतीय माहौल में ढल सके। बता दें कि पराग्वे की टीम 15000 किलोमीटर की यात्रा पूरी करके भारत पहुंची है। पराग्वे की टीम को दक्षिण अमरीकी देशों में डार्क हार्स माना जाता है।
पराग्वे का ये है सफर नामा
पराग्वे की टीम चौथी बार फीफा वर्ल्ड कप में भाग ले रही है। पराग्वे की टीम पहली बार 1999 में फीफा अंडर 17 वर्ल्ड कप में प्रवेश कर पाने में कामयाब हो पाई थी। अपने पहले भी विश्व कप में पराग्वे की टीम ने दमदार खेल दिखाया था। 1999 में हुए आयोजन में पराग्वे की टीम को पांचवे स्थान पर आई थी। जो कि इसका अबतक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इसके अलावा पराग्वे की टीम 2001 और 2015 के फीफा वर्ल्ड कप में क्वालिफाई कर पाई थी।