मुकाबले के समाप्त होने से कुछ मिनट पहले ही दोनों टीमों ने गोल करने के कई प्रयास किए लेकिन कामयाबी किसी को नहीं मिली। निर्धारित समय समाप्त होने के बाद मुकाबले में तीन मिनट का इंजुरी समय जोड़ा गया, इसके बाद बावजूद भी गोल नहीं हुआ और मैच गोलरहित ड्रॉ रहा। इस मैच में छह बदलाव के साथ उतर रही फ्रांस ने 27वें मिनट में एक और कार्नर अर्जित किया जो बेकार चला गया। 30वें मिनट में डेनमार्क के पास गोल करने का आसान मौका था लेकिन एरिकसन फ्रांस के गोलकीपर स्टीव मंदंदा से टकराकर गिर गए और गेंद उनसे दूर चली गई। फ्रांस के ओउस्मान डेम्बेले 34वें मिनट में भी मिली फ्री किक का फायदा नहीं उठा सके।
ग्रुप-सी से पेरु और आस्ट्रेलिया बाहर हो चुकी है। पेरु के तीन मैचों में तीन अंक रहे जबकि आस्ट्रेलिया के नाम तीन मैचों में एक ड्रॉ और दो हार के बाद एक अंक रहा। प्री-क्वार्टर फाइनल में आस्ट्रेलिया के पहुंचने के सपने को पेरू ने तोड़ दिया। पेरू ने मंगलवार को फिश्ट स्टेडियम में खेले गए ग्रुप-सी के मैच में आस्ट्रेलिया को अपने संतुलित खेल के दम पर 2-0 से मात देकर टूर्नामेंट से मायूसी के साथ विदा किया और खुद विजयी विदाई ली। आस्ट्रेलिया को अगले दौर में जाने के लिए इस मैच में बड़े अंतर से जीत चाहिए थी और साथ ही इसी ग्रुप में फ्रांस और डेनमार्क के बीच खेले गए दूसरे मैच में डेनमार्क की हार की दुआ करनी थी।
आस्ट्रेलिया जो चाहती थी वो हुआ नहीं। वह अपना मैच भी हार गई और उधर डेनमार्क ने फ्रांस के साथ गोलरहित ड्रॉ खेला। इस ग्रुप से फ्रांस ने सात अंकों के साथ पहले और डेनमार्क ने पांच अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहकर अंतिम-16 में प्रवेश किया। पेरू की यह इस विश्व कप में पहली जीत है और वह तीन अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहकर विदा ले रहा है। आस्ट्रेलिया एक अंक के साथ चौथे स्थान पर रहा। आस्ट्रेलिया के लिए यह मैच अहम था। वह आक्रामक शुरुआत चाहता था जिससे पेरू ने उसे महरूम रखा। उसने आस्ट्रेलिया पर दवाब बनाया। आस्ट्रेलिया की परेशानी तब और बढ़ गई जब कप्तान मिले जेडिनाक को 10वें मिनट में ही येलो कार्ड दे दिया गया। यहां से जेडिनाक को सतर्क रहना था।