क्रोएशिया का पलड़ा है भारी
इस मैच में क्रोएशिया का पलड़ा ही भारी माना जा रहा है। डेनमार्क ग्रुप दौर में सिर्फ एक मैच जीतने में सफल रही थी। उसने पेरू को 1-0 से हराया था जबकि आस्ट्रेलिया के साथ 1-1 से ड्रॉ खेला था। ग्रुप दौर के अपने आखिरी मैच में उसने फ्रांस जैसी टीम को गोलरहित बराबरी पर रोका था। इस मैच से उसके मनोबल में इजाफा हुआ होगा और वह आत्मविश्वास के साथ मैदान पर उतरेगी।
जीतने के लिए डेनमार्क को करनी होगी मसक्कत
डेनमार्क की आक्रमणपंक्ति अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है। यह उसके लिए चिंता का सबब जरूर है क्योंकि अब टूर्नामेंट उस मुकाम पर है जहां गोल करने में विफलता बाहर भेज सकती है। उसका डिफेंस अच्छा रहा है, लेकिन क्रोएशिया के खिलाफ क्या टीम उसी तरह अपने घेरे का बचाव कर पाएगी जिस तरह से करती आई है यह देखने वाली बात होगी। 1998 में फ्रांस में खेले गए विश्व कप में डेनमार्क ने क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। वह कोशिश करेगी की उसी सफलता को दोहरा पाए।
टीमें : डेनमार्क : गोलकीपर- कैस्पर श्माइकल, जोनास लोस्सल, फेडेरिक रोनबो डिफेंडर- सिमोन काएर, आंद्रेस क्रिस्टेनसन, माथियास जोर्गेनसन, जानिक वेस्टरगार्ड, हेनरिक डाल्सगार्ड, जेंस स्ट्रेगर लार्सेन, जोनास नु़डसेन मिडफील्डर : विलियम क्विस्ट, थोमस डेलाने, लुकास लेरागर, लासे शोने, क्रिस्टियन एरिकसन, मिशेल क्रोन-डेली