नई दिल्ली। क्रिकेट, बैडमिंटन और हॉकी समेत कई खेलों के बाद अब खेल प्रेमियों को फुटबाल में भी खुश होने का मौका मिला जब भारत ने फीफा की ताजा रैंकिंग में 135 वें स्थान के साथ छह वर्षों में अपनी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग हासिल की। इससे पहले 2009 में भारत ने वर्ष का अंत 134 वीं रैंकिंग के साथ किया था और अब छह वर्ष बाद उसने 135 वीं रैंकिंग हासिल की।
राष्ट्रीय फुटबाल टीम के कोच स्टीफन कोंस्टेनटाइन ने इस पर खुशी जताते हुए खिलाडिय़ों तथा सपोर्ट स्टाफ की प्रशंसा की। कोंस्टेनटाइन ने कहा, रैंकिंग में यह उछाल एक उत्साहजनक उपलब्धि है। यह खिलाडिय़ों की कड़ी मेहनत और खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के बिना संभव नहीं था। हमारे पास बड़ी संख्या में प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और मुझे पूरी उम्मीद है कि हम भविष्य में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकेंगे।
कोच ने कहा,जब मैंने कोच पद संभाला था तो मेरा लक्ष्य टीम के प्रदर्शन में लगातार सुधार करते हुए अपनी रैंकिंग को बढ़ाना था। मुझे खुशी है कि खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ ने पूरी प्रतिबद्धता से जुटते हुए खेल में सुधार किया और नतीजा सबके सामने है।
कोस्टेंनटाइन ने कहा, इस वर्ष हमारे लिए बहुत सी चीजें सकारात्मक रहीं। पुरुष टीम ने सैफ चैंपियनशिप जीती जबकि महिला टीम ने सैग टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक हासिल किया। इसके अलावा पुरुष टीम ने अपने से ऊपर की रैंकिंग की प्यूर्तो रिको को 4-1 से हराया था।
भारत में फुटबॉल की लोकप्रियता में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। फ्रेंचाइजी बेस इंडियन सुपर लीग का तीसरा सीजन यहां आयोजित किया गया, जिसमें रिकॉर्डतोड़ दर्शक संख्या मैच देखने आई। इसी दौरान भारतीय क्लब टीम बेंगलुरू एफसी ने भी इस बार एएफसी कप के फाइनल में जगह बनाई है, जो बेहद बड़ा टूर्नामेंट माना जाता है। अगले साल भारत फीफा विश्व कप अंडर-17 का भी आयोजन कर रहा है और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की योजना इसके बाद अंडर-22 विश्व कप के आयोजन की भी है।