ऐसा लगा कि गोवा को घर में ड्रॉ से संतोष करना होगा, लेकिन इसी बीच बेदिया ने इस मैच का अपना दूसरा गोल करते हुए गोवा को तीन अंक दिला दिए। छह मैचों में गोवा की यह चौथी जीत है। इस टीम के 13 अंक हो गए हैं। बेंगलुरू एफसी के भी 13 अंक हैं लेकिन बेहतर गोल अंतर के कारण गोवा की टीम तालिका में पहले स्थान पर पहुंच गई है। दिल्ली इस सीजन में आठ मैचों में चौथी हार के साथ नौवें स्थान पर बरकरार है।
दिल्ली के लिए इस मैच की शुरुआत काफी सकारात्मक रही। उसने छठे मिनट में ही एक झन्नाटेदार गोल की मदद से बढ़त हासिल की थी। एड्रिया कार्मोना के पास पर गोल करते हुए बिक्रमजीत सिंह ने अपनी टीम को ऐसे समय में बढ़त दिलाई, जब मेजबान टीम इसकी बिल्कुल उम्मीद नहीं कर रही थी। जवाब में मेजबान टीम ने नौवें मिनट मे एक अच्छा मूव बनाया लेकिन दिल्ली के गोलकीपर फ्रांसिस्को डोरोनसोरो सावधान थे। मेजबान टीम ने 10वें मिनट में भी एक करारा हमला किया लेकिन इस बार भी डोरोनसोरो ने उसे नाकाम कर दिया।
बराबरी का गोल करने के लिए लगातार दबाव बना रही गोवा की टीम 24वें मिनट में भी गोल करने के काफी करीब आई लेकिन शेरिटन फर्नादेस, लेनी रोड्रिग्वेज और जैकीचंद सिंह का मिला-जुला प्रयास गोवा को परिणाम नहीं दिला सका। दूसरे हाफ में लगातार हमलों का फायदा गोवा को आखिरकार 54वें मिनट में मिल ही गया। इदु बेदिया ने अपने कप्तान मंडार राव देसाई की मदद से गोल करते हुए गोवा को बराबरी दिला दी। इस गोल में मंडार के अलावा फेरान कोरोमिनास का भी योगदान था क्योंकि उन्हीं के पास पर इस हमले की नींव रखी गई थी।
दिल्ली की टीम 67वें मिनट में बढ़त हासिल करने से चूकने के बाद दिल्ली ने 70वें मिनट में एक जोरदार हमला किया और गोल करते हुए 2-1 की बढ़त हासिल कर ली। दिल्ली के लिए यह गोल चांग्ते ने किया। चांग्ते ने नंदकुमार सेकर के पास पर पोस्ट के बिल्कुल करीब से गोल किया। गोवा ने 76वें मिनट में जैकी को बाहर कर ब्रेंडन फर्नाडिस के अंदर लिया। ब्रेंडन ने आते ही कमाल किया और 82वें मिनट में अपने कप्तान देसाई की मदद से गोल करते हुए गोवा को बराबरी दिला दी। अब ऐसा लगा कि गोवा को एक अंक से संतोष करना पड़ेगा लेकिन इसी बीच बेदिया ने बोउमोस के पास पर एक बेहतरीन गोल करते हुए अपनी टीम को 3-2 से जीत दिला दी।