भाजपा के साथ कर सकते हैं गठबंधन
बता दें कि भूटिया का अधिक ध्यान राज्य की राजनीति पर है। उन्होंने कहा कि वह राज्य की राजनीति में लंबे समय तक रहना चाहते हैं और उनकी योजना आगामी सिक्किम विधानसभा चुनाव लड़ने की है। उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने के साथ-साथ उनकी पार्टी जो भी जिम्मेदारी उन्हें देगी, वह उसे पूरा करने के लिये तैयार हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) से मुकाबले के लिए वह विपक्षी गठबंधन बना सकते हैं। इसके लिए वह भाजपा समेत अन्य समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एसडीएफ की सरकार राज्य में बुरी तरह विफल साबित हुई है। मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग के नेतृत्व राज्य में विकास कार्य नहीं हुए हैं। जनता में आक्रोश है।
लड़ चुके हैं 2014 का लोकसभा चुनाव
बता दें कि भाइचुंग भूटिया पहली बार चुनाव लड़ने की तैयारी में नहीं हैं। इससे पहले वह 2014 का लोकसभा चुनाव भी तृणकांग्रेस की टिकट पर दार्जिलिंग से लड़ चुके हैं। हालांकि वह चुनाव वह हार गए थे। 2016 में भी उन्होंने सिलिगुड़ी से पश्चिम बंगाल विधानसभा का चुनाव लड़ा था। पिछले साल फरवरी में तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा देकर अब अपनी पार्टी बनाई है।