दूसरी बार अर्जेटीनी से भिड़ा भारत
इस टीम में अंडर-17 फीफा विश्व कप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले आठ खिलाड़ी भी शामिल हैं। रिकॉर्ड के लिहाज से देखा जाए, तो यह दूसरी बार है, जब भारत और अर्जेटीनी की टीमें एक-दूसरे के खिलाफ मैदान पर उतरी हैं। इससे पहले, साल 1984 में कलकत्ता में हुए तीसरे नेहरू कप टूर्नामेंट में दोनों टीमें एक-दूसरे से भिड़ीं थी, जिसमें भारतीय टीम को 0-1 से हार का सामना करना पड़ा था। अर्जेटीना की अंडर-20 टीम के कोच 2006 में विश्व कप खिताब जीतने वाले लियोनेल स्कोलानी हैं, वहीं दिग्गज खिलाड़ी पाब्लो एमार तकनीकी निदेशक के रूप में टीम के साथ हैं।
भारतीय टीम ने इस मैच की अच्छी शुरुआत की
इस मैच में भारत के लिए दीपक टांगरी (4वें मिनट) और अनवर अली (68वें मिनट) में गोल किए। अर्जेटीना के लिए गिल ने 72वें मिनट में किया। भारतीय टीम ने इस मैच की अच्छी शुरुआत की। टांगरी ने चौथे मिनट में ही गोल कर अपनी टीम का खाता खोला। इसके बाद भारतीय टीम ने अर्जेटीना के खिलाफ अपना आक्रामक खेल जारी रखा। इस दौरान भारतीय खिलाड़ियों ने पहले हाफ में गोल करने के कई अवसर बनाए भी। दूसरे हाफ में भी एशियाई टीम आक्रामक नजर आई। अली ने शुरुआत में ही कप्तान अमरजीत सिंह कियाम की ओर से मिले पास को गोल में तब्दील करने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हो पाए।
2-1 से जीता भारत
इस दौरान जाधव को लाल कार्ड भी दिखाया गया। भारत ने अपनी कोशिशें जारी रखी थी और आखिरकार उसे सफलता हासिल हुई। अली ने 68वें मिनट में फ्री किक के जरिए भारतीय टीम के लिए गोल किया और उसे 2-0 की बढ़त दे दी। अर्जेटीना टीम की कोशिशों का फल उसे 72वें मिनट में मिला, जब गिल ने गोल किया। हालांकि, यह गोल जीत के लिए काफी नहीं था। भारतीय टीम के डिफेंस ने अर्जेटीना के खिलाड़ियों को गोल पोस्ट पर गोल करने का दूसरा मौका नहीं दिया और अंत में 2-1 से जीत हासिल की।