इस मैच जीत के बाद बेंगलुरू के 15 मैचों में 11 जीत, चार हार के साथ 33 अंक हो गए हैं और वह दूसरे स्थान पर काबिज एफसी पुणे सिटी (25) से आठ अंक आगे है। गोवा की टीम 20 अंकों के साथ छठे स्थान पर ही बनी हुई है। मैच की शुरुआत से ही दोनों टीमों की रक्षापंक्तियों ने शानदार खेल दिखाया है और एक-दूसरे द्वारा बनाए गए मौकों को नाकाम कर दिया। 10वें मिनट में गोवा के मनवीर ने एक शानदार शॉट खेला। हालांकि वह मेजबान टीम के गोलकीपर गुरप्रीत को छका नहीं पाए और गोल करने से चूक गए। नौ मिनट बाद मैन्युएल लैंजारोटे ने फ्री किक लेकिन इस बार भी गुरप्रीत ने मुस्तैद रहते हुए गोल नहीं होने दिया।
23वें मिनट में मेजबान टीम के पास भी गोल करने का मौका था। उसे इस मिनट में कॉर्नर मिला था, जो कप्तान सुनील छेत्री ने बाहर खेल दिया। अगले ही मिनट गोवा के गोलकीपर नवीन कुमार ने शानदार बचाव करते हुए बेंगलुरू से गोल करने का मौका छीन लिया। निशू कुमार ने अपनी क्लास का परिचय देते हुए डिफेंडर को छकाया और अपने साथी सेमबोई हाओकिप के गेंद दी। हाओकिप ने शॉट दागा जिसे नवीन ने रोक दिया।
दोनों टीमें गोल करने के प्रयास में शिद्दत से लगी थीं, लेकिन सफलता आखिरी में मेजबान टीम के हिस्से आई। गार्सिया ने बेंगलुरू के लिए गोल किया। 35वें मिनट में बेंगलुरू को कॉर्नर मिला जिसे टोनी डोवाले ने लिया और गेंद को बॉक्स में पहुंचाया। गार्सिया ने गेंद को हेडर से नेट के बाएं कोन में डाल बेंगलुरू को 1-0 से आगे कर दिया।
गोवा की टीम पहले हाफ के अंत तक बराबरी का गोल नहीं कर सकी और एक गोल से पीछे रहते हुए दूसरे हाफ में उतरी। दूसरे हाफ में मेजबान टीम की कोशिश अपनी बढ़त को बनाए रखने की थी और इसी कारण वह रक्षात्मक खेल खेलने लगी। गोवा को मौके नहीं मिले रहे थे, लेकिन इसी बीच छेत्री ने मेजबानों के लिए एक मौका बनाया। निशू ने अपने कप्तान को गेंद दी। छेत्री ने बॉक्स के कोने से शॉट खेला जिसे गोलकीपर ने बाहर कर दिया।
लैंजारोटे ने हालांकि 62वें मिनट में गोवा के लिए एक मौका बनाया जिसे वह जल्दबाजी में खराब कर गए। उन्होंने हाफ लाइन से गेंद ली और गोलपोस्ट की तरफ दौड़ पड़े। बॉक्स के पास आकर उन्होंने निशाना दागा, लेकिन वह गोलपोस्ट के ऊपर से चला गया। 71वें मिनट में मेजबान टीम को एक कॉर्नर मिला जिसे दिमास ने लिया। उनकी किक पर जॉन जॉनसन ने हेडर के जरिए गोल करने की कोशिश जो असफल रही और गेंद बाहर चली गई।
82वें मिनट में दिमास ने गोवा के डिफेंस द्वारा की गई गलती का फायदा उठाया और अपनी टीम को 2-0 की बढ़त दिला दी। गाíसया गेंद को बॉक्स में लेकर आए और गोवा के खिलाड़ियों को छकाने की कोशिश करने लगे। इस बीच गेंद टोनी के पास पहुंची जिन्होंने खाली पड़ी जगह में उसे डाला और दिमास ने मौका भांपते हुए पास से ही गेंद को खाली गोलपोस्ट में डाल अपनी टीम के लिए दूसरा गोल किया। गोवा ने मैच में गोल करने के प्रयास तो काफी किए, लेकिन गुरप्रीत ने शानदार बचाव करते हुए गोवा को गोल करने से महरूम रखा।