मैच से पहले गोवा के कोच लोबेरा का बयान –
गोवा के कोच लोबेरा ने इस अहम मुकाबले से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हम ‘अवे गोल’ के महत्व के समझते हैं लेकिन इस नियम के कारण हम अपनी शैली के साथ समझौता नहीं करेंगे। बीते मैच में हमने जीत के लिए कोशिश की थी लेकिन ड्रा से ही हमें संतोष करना पड़ा था। हमारी टीम को समान मानसिकता के साथ अपना सफर जारी रखना चाहिए। बीते तीन मैचों में हमने अच्छी संख्या में गोल किए हैं।
पिछले तीन मैचों में बेहतरीन रहा है गोवा का प्रदर्शन –
गोवा ने लगातार तीन जीत के दौरान 12 गोल किए और इसी के दम पर वह सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल रहा। खास बात यह है कि गोवा ने बीते तीन मैचों के दौरान 270 मिनट के खेल में सिर्फ एक गोल खाया। लोबेरा ने कहा कि उनकी आक्रमण पंक्ति ने बेहद शानदार खेल दिखाया लेकिन पूरी टीम की मेहनत के दम पर ही वे सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल रहे। लोबेरा ने अपनी बैकलाइन की भी जमकर तारीफ की।
लोबेरा ने कहा, “अगर हम एक इकाई के तौर पर खेलने में नाकाम रहे तो हमारे लिए सफलता मुश्किल होगी। फुटबाल में स्कोरर ही हेडलाइन बनाते हैं। मेरे लिए हमारी टीम में कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं, जो काफी मेहनत करते हैं और इनकी मेहनत के दम पर ही कुछ अन्य खिलाड़ी चमक बिखेरते हैं।”
चेन्नई का दावा भी मजबूत –
दूसरी ओर, 2015 में गोवा को ही हराकर आईएसएल का खिताब जीतने वाली चेन्नई ने इस साल लीग स्तर पर अंतिम पांच में से दो मैच जीते। यह टीम इस सीजन में काफी मजबूत दिखी है। इस टीम के 12 खिलाड़ियों ने इस सीजन में गोल किए हैं। किसी अन्य टीम में इतनी विविधता नहीं देखने को मिली है। गोवा की टीम फेरान कोरोमिनास और मैनुएल लेंजारोते पर काफी निर्भर है लेकिन चेन्नई के पास ऐसे खिलाड़ी हैं, जो किसी भी स्थान पर खेलते हुए गोल कर सकते हैं।
चेन्नई के कोच जान का बयान –
चेन्नई के कोच जान ग्रेगोरी ने कहा, “हमारा लीग तालिका में दूसरे स्थान पर आना इत्तेफाक नहीं है। हमने गोवा और पुणे में जीत हासिल की है लेकिन हम नार्थईस्ट में हार गए। चलन यह है कि हमने बड़े और जरूरी मैचों में जीत हासिल की है। हमने प्लेआफ में जगह बनाई है और अब हम नए सिरे से शुरूआत कर रहे हैं। हमने लीग स्तर पर जितने अंक हासिल किए हैं, अब उनका सेमीफाइनल और फाइनल में कोई मतलब नहीं रह गया है।