सबसे ज्यादा बार प्लेऑफ में
इस सीजन को मिलाकर पांच में से चार सीजन में गोवा ने प्लेऑफ में जगह बनाई है। एक बार फाइनल में भी गई, जहां उसे चेन्नइयन से हार गई थी। कोई और टीम गोवा की सफलता की बराबरी नहीं कर पाई हैं। यहां तक कि दो-दो बार खिताब अपने नाम करने वाली एटीके एवं चेन्नइयन भी तीन-तीन बार ही अंतिम-4 में पहुंची हैं।
सबसे ज्यादा मैच जीतने का रिकॉर्ड
मैदान पर गोवा का प्रदर्शन हैरत में डालने वाला है। इस टीम के नाम आइएसएल में सबसे ज्यादा 36 मैच जीतने का रिकार्ड है। वहीं दो-दो बार की विजेता चेन्नइयन एफसी और एटीके ने क्रमश: 32 और 28 मैच ही जीत सकी हैं। इस सीजन में प्लेऑफ में जगह बनाने वाली टीमों में इस बार इन दोनों का नाम नहीं है।
गोल करने में भी सबसे आगे
गोवा ने पांचवें सीजन के अब तक के खेल को मिलाकर आइएसएल में कुल 148 गोल दाग दिए हैं। इस मामले में भी वह सबसे आगे है। उसके सबसे करीब चेन्नइयन है, जिसने कुल 126 गोल किए हैं। 2015 को छोड़कर गोवा ने जब भी प्लेऑफ में जगह बनाई है, वह लीग दौर के बाद गोल अंतर के मामले में सभी टीमों से बेहतर रही है।
निरंतरता से किया प्रभावित
2016 के एक खराब सीजन के बाद गोवा ने लोबेरा के मार्गदर्शन में दो सीजन में लगातार प्लेऑफ में जगह बनाई। लीग में सबसे रोमांचक फुटबाल खेलने वाली टीम का उसे दर्जा हासिल है। टीम ने अपने अटैक को पहले से और मजबूत कर लिया है और उसकी निरंतरता भी पहले से और बेहतर हो गई है। अब उसका रक्षण भी काफी बेहतर हो गया है।
रक्षण बेहतर होने से कोच खुश
प्लेऑफ में जगह बनाने के बाद गोवा के कोच लोबेरा ने कहा कि वह बेहद खुश हैं, क्योंकि अब टीम के रक्षण में भी काफी सुधार हो गया है। इसके साथ ही गोलपोस्ट के सामने भी टीम ने कई मौके बनाए। बस टीम को जमीन पर टिके रहने और लगातार मेहनत करने की जरूरत है। खिताब दूर नहीं है।