टिम काहिल जमशेदपुर एफसी को अपनी सेवाएं देने के लिए वापस आ चुके हैं। वह बीते मैच में नहीं खेल सके थे। सर्गियो सिडोंचा ने इस सीजन में तीन गोल किए हैं लेकिन वह अभी स्पेन में घुटने की चोट का इलाज करा रहे हैं और फेरांडो चाहते हैं कि उनकी टीम सिडोंचा की गैर-मौजूदगी में अच्छा प्रदर्शन करे। फेरांडो ने कहा, “सर्गियो चोटिल हैं। वह जनवरी तक नहीं खेल सकेंगे। यह हमारे लिए बड़ी चोट है। सर्गियो अच्छा खेल रहे थे लेकिन अब वह हमारे साथ नहीं हैं। हम उनके बगैर भी अच्छा खेलते रहेंगे।”
टीम के लिए राहत की बात यह है कि सुमित पासी अच्छे फार्म में हैं और 334 मिनट के खेल में दो गोल कर चुके हैं। वह एफसी पुणे सिटी के खिलाफ अपने खेल को फिर से दोहराना चाहेंगे। तीसरे ब्रेक में जाने पहले जमशेदपुर को चार मैच खेलने हैं और इनमें से तीन मैच घर में खेले जाने हैं। ऐसी स्थिति में जमशेदपुर की टीम जीत की पटरी पर आसानी से लौट सकती है। इस बीच, चेन्नइयन एफसी को तालिका में अपनी स्थिति बेहतर करने के लिए आने वाले मैचों से अधिक से अधिक अंक बटोरने होंगे। यह टीम चार अंकों के साथ नौवें स्थान पर है। दो बार के चैम्पियन ने अब तक कुल सात मैच खेले हैं।
कोच जॉन ग्रेगोरी को इस बात का सुकून होगा कि कप्तान मेल्सन आल्वेस पुणे के खिलाफ हुए अंतिम मैच में फार्म में वापसी करने में सफल रहे हैं। वह यह भी चाहेंगे कि जेजे लालपेखलुआ भी अपने श्रेष्ठ फार्म में लौटें और गोलों का अपना खाता खोलें। अनिरुद्ध थापा और जर्मनप्रीत सिंह ने भारत के लिए जॉर्डन के खिलाफ काफी मेहनत की थी और अब चेन्नइयन के मिडफील्ज में इन्हें अच्छा खेल दिखाना होगा क्योंकि इनका सामना मारियो अक्र्वेस और मेमो जैसे खतरनाक खिलाड़ियों के साथ होना है।
ग्रेगोरी ने कहा, “बीते साल जब हम यहां आए थे, तब हम अधिक ताकतवर थे। अब जमशेदपुर की अधिक शक्तिशाली है। हम इस मैच को किसी भी लिहाज से हल्के में नहीं ले रहे हैं।” फेरांडो जहां पुणे के हाथों मिली हार के बाद अपनी टीम से मजबूत प्रतिक्रिया की उम्मीद करेंगे तो वहीं ग्रेगोरी चाहेंगे कि उनकी टीम पुणे के खिलाफ हुए मैच की तरह की बेहतर प्रदर्शन कर तीन अंक बटोरे।