सम्मान की खातिर जीत चाहेगा गोवा
Published: Dec 01, 2016 10:23:00 am
गोवा की टीम अभी 13 मैचों से 11 अंक लेकर आठ टीमों की तालिका में अंतिम
स्थान पर है। अगर गोवा ने चेन्नई को हरा दिया तो भी वह तालिका में आठवें
स्थान पर ही रहते हुए अपने अभियान का समापन करेगी।
फोतोर्दा (गोवा)। दूसरे सीजन का फाइनल खेलने वाली एफसी गोवा टीम हीरो इंडियन सुपर लीग (आईसएल) के तीसरे सीजन में सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी है। अब यह टीम जब गुरुवार को अपने घरेलू मैदान जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में उतरेगी तो उसका लक्ष्य सम्मान की खातिर मौजूदा चैम्पियन चेन्नयन एफसी को हराना होगा।
इसमें कोई शक नहीं कि गोवा के कोच जीको इस सीजन को हर हाल में भुलाना चाहेंगे। अब जीको का पूरा ध्यान अंतिम मैच जीतते हुए सम्मान बचाने पर होगा। बीते सीजन के फाइनल में गोवा ने चेन्नई का सामना किया था और 2-3 से हार गई थी। एक समय गोवा की टीम 2-1 से आगे थी लेकिन चेन्नई ने अपने स्टार खिलाड़ी स्टीवन मेंदोजा की बदौलत शानदार जीत हासिल करते हुए पहली बार यह खिताब अपने नाम किया था।
वह हार अभी भी गोवा के खिलाड़ियों और प्रशंसको को सालती है और अब वे चाहेंगे कि उनकी टीम चेन्नई को हराते हुए उस हार का हिसाब बराबर करे। तीसरे सीजन के अपने अंतिम मैच में गोवा को दिल्ली डायनामोज के खिलाफ 1-5 से करारी हार मिली थी। दिल्ली की टीम सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है।
जीको ने इस अहम मुकाबले से पहले कहा, ‘दिल्ली की टीम काफी अच्छी है। काफी संतुलित है और अच्छी तरह जानती है कि मैच को अपनी ओर कैसे मोड़ना है। पहले हाफ में हमने उन्हें रोकने में सफलता हासिल की थी लेकिन दूसरे हाफ में उन्होंने हमें दोयम साबित किया था। हम हमारे सामने एक प्रेरक कारक है और हम इस मैच को ऐसे लेंगे, जैसे हम सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहना चाहते हों।’
चेन्नई की टीम भी लीग से बाहर हो चुकी है लेकिन गोवा की तरह यह भी जीत के साथ लीग का समापन चाहेगी। नार्थईस्ट के खिलाफ बराबरी का गोल खाने तक चेन्नई की टीम सेमीफाइनल की दौड़ में थी। वह मैच 3-3 से ड्रॉ रहा था। इस परिणाम ने चेन्नई को दौड़ से बाहर कर दिया था।
मार्को मातेराजी की टीम की सबसे बड़ी समस्या यह रही है कि उसने इस सीजन में अंतिम क्षणों में कई गोल खाए। लीग से बाहर होने के बाद भी मातेराजी ने कहा कि वह अपनी टीम के प्रयास से खुश हैं और उन्होंने बीते तीन साल के अपने सफर का बखान किया।
मातेराजी ने कहा, ‘अगर मुझसे किसी ने तीन साल पहले कहा होता कि भारत आओ और एक लीग खेलो। इसमें तुम पहले साल में सेमीफाइनल में पहुंचोगे और फिर दूसरे साल चैम्पियन बनोगे और फिर तीसरे साल भी तुम्हारा प्रदर्शन ऐसा ही रहेगा तो मैं इसे नहीं मान सकता था। इसी कारण मैं अपनी टीम के प्रदर्शन से खुश हूं। अब हमारा ध्यान गोवा के खिलाफ अपना श्रेष्ठ खेल दिखाने पर है।’
चेन्नई ने गुरुवार को अगर गोवा को उसके घर में हरा दिया तो वह अंतिम रूप से आठ टीमों की तालिका में पांचवें स्थान पर रहेगी।