कांटे की टक्कर –
यह फाइनल मुक़ाबला काफी रोमांचक रहा, जहां दोनों टीमें एक-दूसरे को टक्कर देते हुए नजर आईं। इस मैच के पहले हाफ में कांटे की टक्कर देखने को मिली। लेकिन दूसरे हाफ के 59वे मिनट में मैड्रिड के विनिसियस जूनियर ने एक गोल दागा, जिससे टीम को एक अंक की बढ़त मिली। हालांकि, पहले हाफ में दोनों टीमें गोलों का बचाव करती हुईं नजर आईं। इस दौरान लिवरपूल ने टारगेट में पांच शॉट मारे और मैड्रिड ने मात्र एक शॉट मारा।
विनिसियस जूनियर का गोल –
लेकिन, दूसरे हाफ में रियाल मैड्रिड ने काफी शानदार खेला और विनिसियस जूनियर ने 59वें मिनट में एक गोल किया। यह गोल टीम के लिए मैच विजेता रहा है। वहीं, लिवरपूल ने भी 47वें मिनट में एक गोल करने की कोशिश की, लेकिन टीम गोल करने में विफल रही।
रियाल मैड्रिड के मैनेजर कार्लो एंसेलोटी ने भी इतिहास रच दिया है। वह चार बार यह खिताब जीतने वाले पहले मैनेजर बन गए हैं।
चैंपियंस लीग का इतिहास –
बता दें, रियाल मैड्रिड ने 14वीं बार यह खिताब जीता है। इससे पहले टीम वर्ष 1981 में लिवरपूल से हारी थी। उसके बाद से टीम ने हार नहीं मानी और चैंपियंस लीग खिताब में पहले पायदान पर है। उसके बाद एसी मिलान है, जिसने अभी तक 7 खिताब जीते हैं। लिवरपुल और जर्मन टीम बायर्न म्यूनिख टीम 6-6 बार चैम्पियन रही है। यह 5 साल में तीसरी बार था जब लिवरपुल ने इस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई है।