छेत्री ने कहा कि मुझे अब भी दुख होता है कि हम फाइनल मैच हार गए। हमने पूरे टूर्नामेंट में हर टीम को धूल चाटाई लेकिन दो कॉर्नर की वजह से फाइनल हार गए जो हमारी ही गलती थी। सुपर कप जीतने के बाद हम सब खुश थे लेकिन आधे घंट बाद सभी खिलाड़ियों ने सोचा कि आईएसएल फाइनल में हमने क्यों उन दो कॉर्नर पर गलतियां की।
छेत्री ने यह भी माना कि उन्होंने फीफा रैंकिंग को कभी महत्व नहीं दिया और हम जिस टूर्नामेंट में भाग लेने जा रहे हैं, वहां रैंकिंग मायने नहीं रखती।
छेत्री ने कहा कि मैंने कभी भी रैंकिंग को ज्यादा महत्व नहीं दिया। मुझे खुशी है कि हम शीर्ष 100 टीमों में जगह बनाने में कामयाब रहे लेकिन जिस तरह से रैंकिंग काम करती है वह बहुत जटिल प्रक्रिया है।
मेरा सिर्फ एक ही लक्ष्य है कि हम लगातार ज्यादा से ज्यादा मैच जीते और खासकर देश के बाहर अच्छा प्रदर्शन करे। घर पर हमारा रिकॉर्ड हमेशा ही अच्छा रहा है लेकिन देश से बाहर हमें मुश्किले पेश आई हैं, तो मुझे उम्मीद है कि अगले छह महीनों में हम देश से बाहर अधिक मैच खेलेंगे जिससे हम टूर्नामेंट के लिए पूरी तरह से तैयार हो सके।