पति (पत्नी से) – “यह शीशा तुम्हारे कारण तुटा है ।” पत्नी – “बिल्कुल नहीं, तुम्हारे कारण तुटा है… मैंने तुम्हें जब फुलदान फेककर मारा तब तुम अगर अपनी जगह पर ही खड़े रहते तो यह शीशा नहीं तुटता…!!!”