आतंक का बढ़ सकता है खतरा
एक तरफ जहां बैंकिंग सेक्टर, ट्रांसपोर्ट, पावर और रिमोट सर्जरी, स्पेस समेत कई क्षेत्रों में 5G नेटवर्क से मदद मिलेगी। वहीं दूसरी तरफ दूरसंचार तकनीक के जरिए कई देश एक-दूसरे के आंतरिक मामलों में तांकझांक कर सकते हैं, जिससे देश की सुरक्षा और आतंकी गतिविधियों का खतरा बढ़ सकता है। यही वजह है कि चीन, अमेरिका, नॉर्थ कोरिया और जापान समेत कई देश 5जी नेटवर्क को लेकर काफी सावधानी बरत रहे हैं ताकि आने वाले समय में इससे बड़ा नुकसान न हो सकें।
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स्वास्थ्य पर पड़ेगा गहरा असर
5g Network के शुरू होते ही मोबाइल टावरों की संख्या बढ़ने लगेगी, जिससे आरएफ सिग्नल भी काफी संख्या में निकलेगा। ऐसे में विकिरण से स्वास्थ्य खराब होने की आशंका भी ज्यादा पैदा होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर सुरक्षा का ध्यान रखते हैं तो RF से डरने की जरूर नहीं है।
ये मिलेगा फायदा
5G के आते ही आपकी दुनिया पूरी तरह से बदल जाएगी और हर काम मिली सेकेंड्स में होने लगेगा। अभी एक फिल्म डाउनलोड करने में 5 से 10 मिनट का समय लग जाता है वहीं 5G के आने के बाद सेकेंड्स में पूरी फिल्म डाउनलोड कर सकेंगे। इतना ही नहीं हाई क्वॉलिटी वीडियो भी बिना किसी रुकावट के आसानी से देख पाएंगे। इसके अलावा अगर आप ऑनलाइन गेम खेलना पसंद करते हैं तो 5G की मदद से बिना नेटवर्क दिक्कत के हेवी गेम खेल सकेंगे। साथ ही अपने घर के सारे स्मार्ट डिवाइस को अपने फोन से कनेक्ट करके घर के बाहर रह कर भी कंट्रोल कर सकेंगे। बता दें कि 4G की तुलना में 5G 100 गुना तेज काम करेगा। अगर एक्सपर्ट्स की माने तो 5G की स्पीड 1000mbps तक होगी। भारत में इसकी टेस्टिंग शुरू होने वाली है और इसे 2021 तक पेश किया जाएगा। सबसे पहले 5G नेटवर्क को चीन और अमेरिका में शुरू किया जाएगा। हालांकि इन दोनों देशों में कुछ जगहों पर 5G की सेवा शुरू कर दी गयी है।