अगर डेबिट कार्ड हैक हो जाए तो सबसे पहले उस बैंक के कस्टमर केयर से कॉन्टेक्ट कर के उस कार्ड को ब्लॉक कराएं । इसके तुरंत बाद कार्ड खोने की FIR दर्ज कराएं और अपने बैंक के नजदिकी ब्रांच पर जाकर नए कार्ड के लिए अप्लाई कर दें। डेबिट कार्ड का इस्तेमाल अगर आप नेट बैंकिंग के लिए करते हैं तो एकाउंट का पासवर्ड बदल दें। इसके अलावा अकाउंट में जमा पैसे को नेट बैंकिग के जरिए दूसरे अकाउंट में तुरंत ट्रांसफर कर दें।
आपकी जानकारी के बिना अगर क्रेडिट कार्ड से कोई लेनदेन होते है या कार्ड हैक होता है तो उस स्थिती में तुरंत अपने बैंक को इसकी सूचना दें। इसके लिए आप अपने बैंक के कस्टमर केयर नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। इतना ही नहीं धोखाधड़ी की सारी जानकारी लिख कर कस्टमर केयर मेल आईडी पर भी सेंड करें। इसके लिए आप धोखाधड़ी से जुड़े सभी प्रूफ जैसे स्क्रीनशॉट, स्टेटमेंट की कॉपी और बैंक की तरफ से आए पैसे के ट्रांजेक्शन के मैसेज का भी इस्तेमाल करें।
कार्ड के साथ हुए छेड़-छाड़ या हैकिंग में अगर आपके साथ कोई आर्थिक नुकसान होता है तो 3 दिनों के अंदर इसकी सारी जानकारी अपने बैंक को जरूर दें। ऐसा करने पर कुछ परिस्थितियों में बैंक की तरफ से इसकी भरपाई की जाती है। ध्यान रहे ऐसी जानकारी आपको घटना होने के 3 दिनों के अंदर ही देनी होगी। बता दें आरबीआई ( rbi ) के नियम के तहत अगर आपकी कोई गलती नहीं है और आपने 3 दिनों के अंदर बैंक को सूचना दे दी है तो बैंक इस ट्रांजेक्शन की जांच करेगा। इस दौरान आपकी गलती नहीं होने पर बैंक आपके नुकसान की पूरी भरपाई करेगा।