अधिकारियों के समस्या समाधान के लिखित आश्वासन के बाद राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा गया। इस दौरान हाईवे पर प्रदर्शन कर रहे भीड़ के बीच से आवागमन को सुचारू बहाल करने के लिये पुलिस प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
ज्ञात हो कि आठ ग्राम पंचायतों के लोगों ने क्षेत्र में बिजली, शिक्षक, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर उग्र आंदोलन कि चेतावनी तीन दिन पूर्व ही दी थी और सोमवार सुबह 10 बजे ट्रैक्टर, जीप, टैक्सीयों के माध्यम से 40-50 किमी की दूरी तय कर लोग मैनपुर के सीमा बिजली सब स्टेशन के पास एकत्र होने लगे थे। दोपहर 1 बजे लगभग चार हजार आदिवासियों ने हाथों में बैनर, पोस्टर लिये जंगी रैली निकाली और शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए तहसील कार्यालय का घेराव करने गौरघाट पहुंचे।
तहसील कार्यालय से 100 मीटर की दूरी पर पुलिस ने बेरिकेट लगाकर मुख्य मार्ग पर ही आंदोलन कर रहे लोगों को रोक दिया। इस दौरान ज्ञापन लेने नायाब तहसीलदार आंदोलनकारियों के बीच पहुंचे लेकिन आंदोलन कर रहे लोगों ने जब तक समस्याओं के दूर नहीं होने तक सड़क पर ही डटे रहने की बात की। आंदोलनकारियों ने अधिकारियों को खूब खरी खोटी सुनाई और एक सप्ताह के भीतर समस्याओं के समाधान का आश्वासन पर लोगों का गुस्सा शांत हुआ।
ग्रामीणों ने जनपद सदस्य संजय नेताम के नेतृत्व में राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन नायाब तहसीलदार एस भगत को सौंपा। इस दौरान संबोधित करते हुए जनपद सदस्य संजय नेताम ने कहा सरकार द्वारा जानबूझ कर राजापड़ाव गौरगांव क्षेत्र के हजारों आदिवासियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। इस मौके पर प्रमुख रूप से जनपद सदस्य संजय नेताम, जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम, महेन्द्र नेताम, ग्राम पंचायत गोना के सरंपच जागेश्वरी नेताम, अडग़ड़ी सरपंच खेमिन बाई धु्रव, भूतबेड़ा सरंपच रामबाई, गरहाडीह सरपंच मिलन्तीन बाई, गौरगांव सरपंच अनसराम मंडावी, कोकड़ी सरपंच सुको बाई, आदिवासी नेता रामचंद परदे सहित हजारों की संख्या में आदिवासी रैली में शामिल थे।
अधिकांश स्कूल एक शिक्षक के भरोसे
राजापड़ाव गौरगांव क्षेत्र के अधिकांश स्कूलों में वर्षों से शिक्षकों की भारी कमी बनी हुई है। जिसके कारण क्षेत्र के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस क्षेत्र के लिये पदस्थ शिक्षकों को मैनपुर के आसपास स्कूलों में व्यवस्था के तहत रखने का आरोप आदिवासी नेताओं ने लगाते हुए कहा कि इस समस्या से आला अधिकारी वाकिफ हैं। वहीं, उग्र प्रदर्शन रैली मे शांति व्यवस्था बनाये रखने मैनपुर थाना प्रभारी बसंत बधेल दल बल के साथ मौजूद थे।
राजापड़ाव गौरगांव क्षेत्र के अधिकांश स्कूलों में वर्षों से शिक्षकों की भारी कमी बनी हुई है। जिसके कारण क्षेत्र के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस क्षेत्र के लिये पदस्थ शिक्षकों को मैनपुर के आसपास स्कूलों में व्यवस्था के तहत रखने का आरोप आदिवासी नेताओं ने लगाते हुए कहा कि इस समस्या से आला अधिकारी वाकिफ हैं। वहीं, उग्र प्रदर्शन रैली मे शांति व्यवस्था बनाये रखने मैनपुर थाना प्रभारी बसंत बधेल दल बल के साथ मौजूद थे।