शुक्रवार सुबह भी पूर्व की तरह बायपास पर तेज रफ्तार से हैवी वाहन दौड़ते रहे। जानकारी के अनुसार पिछले 6 महीनों में जिले में हुई सडक़ दुर्घटनाओं में 117 लोगों की मौत हुई हैं, वहीं 257 लोग घायल हुए हैं। इसके बाद भी वाहनों के रफ्तार में लगाम नहीं लग रहा है।
दुर्घटना के महज 14-15 घंटे बाद शुक्रवार को दुर्घटनास्थल बायपास मार्ग जाकर जब दुर्घटनास्थल का मुआयना किया गया तो बायपास सडक़ पर जहां गुरुवार रात्रि दुर्घटना हुई थी वहां सडक़ पर खून के धब्बे, मोटर सायकल के कुछ पाट्र्स तथा निशान नजर आ रहे थे। बायपास पर चलने वाले भारी वाहन चालकों तथा पुलिस विभाग पर गुरुवार हुई भीषण दुर्घटना का किसी प्रकार का असर नजर नहीं आया।
शुक्रवार को भी मौत को दस्तक देते हुए भारी वाहन बेधडक़ बायपास पर दौड़ते रहे। पूरे बायपास पर ना तो पुलिस विभाग का कोई पेट्रोलिंग वाहन नजर आया और ना ही तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाए जाने हेतु किसी प्रकार की कार्रवाई ही नजर आई। लगातार हो रही सडक़ दुर्घटनाएं जिलेवासियों के लिए सबसे बड़ी चिंता की बात हो गयी है वहीं सडक़ दुर्घटनाओं को रोकना पुलिस के लिए भी चुनौती बन गया है।