मगरलोड क्षेत्र के किसानों को रबी फसल के लिए लगभग दो हजार हेक्टेयर में पानी नहर से दिया गया है। लेकिन टेल एरिया में लगे फसल को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। पानी का अभाव व तेज गर्मी के कारण धान के फसल झुलस कर मर रहे हैं। अभी धान गर्भावस्था मे है। इसी समय धान की फसल को पानी की अधिक जरूरत होती है।
कई प्रयास के बावजूद खेतों में पानी नहीं पहुंचने से चंदना, भेण्डरी, परस_ी, बुडेनी, चंद्रसुर गांवों के लगभग सौ एकड़ की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। जिसे किसान अपने मवेशियों को खेतों में ले जाकर चरा रहे हैं। लोचन माण्डे, संतोष साहू, चैतराम सिन्हा, भारत साहू, विष्णु साहू, चेतन साहू, अवध निषाद आदि किसानो ने कहा कि अब भी पानी पहुंचने से कुछ फसलों को बचाया जा सकता है। जिससे लागत का कुछ हिस्सा मिल जाएगा।
इस संबंध में सिंचाई विभाग के एसडीओ ए.के. पालडिय़ा ने बताया कि नहर में पानी छोड़ा गया है। नहर में जहां-जहां पानी रोककर खेतों को पानी दिया जा रहा था, उसे अब खोलकर टेल एरिया में दिया जाएगा।