यहां यह बताना जरूरी है कि राजिम क्षेत्र के ग्राम हथखोज में इन दिनों भारी पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन का खेल चल रहा है। गरियाबंद जिले के खनिज अधिकारियों पर लंबे समय से रेत माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगता रहा है। बावजूद इसके जिले के आला अधिकारियों की भी नींद नहीं खुल रही है। हथखोज से निकली रेत गाड़ी टीला एनीकट के माध्यम से रायपुर जिले में प्रवेश करती है और नवागांव से वीआईपी रोड होते हुए रायपुर की ओर जाने के लिए चम्पारण-जौंदा से होकर गुजरती है। अवैध रेत ले जाने के कारण इन रेत गाडिय़ों को उनके चालक अंधाधुंध तरीके से चलाते हैं। इस चक्कर में कई बार बड़े व्यक्तियों के साथ-साथ मासूम बच्चों की भी कुचलकर मौत हो चुकी है। लेकिन अफसोस कि इस ओर न तो रायपुर जिले का खनिज विभाग जागरूक होकर कार्यवाही करता है और न ही स्थानीय पुलिस। ऐसे में कभी भी क्षेत्र में जनाक्रोश भडक़ सकता है। आज अगर पुलिस मौके पर समय रहते नहीं पहुंचती तो मौके पर जुटी भीड़ हाईवा में आग लगा सकती थी।
चम्पारण भाजपा मंडल अध्यक्ष शोभाराम साहू ने बताया कि मतदान के पूर्व निर्वाचन आयोग द्वारा गठित स्थैतिक जांच दल का चेक पोस्ट टीला एनीकट में बनाया गया था। उनके द्वारा ट्रेक्टर चालकों पर कार्यवाही करते हुए 5-5 हजार रुपए का जुर्माना बनाया गया था, लेकिन चुनाव के बाद टीम क्या गई, दैत्याकार हाईवा रेत लेकर बेरोकटोक लोगों की जान के दुश्मन बने आ-जा रहे हैं। स्थानीय पुलिस क्यों कार्यवाही नहीं करती।