सरिया से वार कर उतारा मौत के घाट
साक्ष्य छिपाने के आरोप में पुलिस ने आरोपी के बड़े भाई लक्ष्मीकांत सोनी, आरोपी की मां रुखमणी सोनी सहित दो रिश्तेदार धर्मेंन्द्र सोनी, सुरजन सोनी को धारा 302, 201 भादवि के तहत गिरफ्तार किया। मामले में पुलिस की पूछताछ में मुख्य आरोपी खिरसिन्दुर ने कबूला है कि उसने धोबलेश्वर सोनी (55) खाना खाकर सोया हुआ था तो सरिया से वार कर उसकी हत्या 1 अगस्त की रात करीब 10 बजे की। इसके बाद 2 अगस्त की अलसुबह उठकर काम में जाने की बात कहते हुए घर में मोबाइल छोड़कर दलबेड़ा निकल गया।
इसी दौरान आरोपी फिर से 4 अगस्त की शाम घर लौटा। इसके बाद वह अंतिम संस्कार में शामिल भी हुआ। थाना प्रभारी श्याम ने बताया कि आरोपी के साथ ही उसके परिजनों ने पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए मृतक की मौत मिरगी से होना बताया। पीएम रिपोर्ट से स्थिति स्पष्ट होने के बाद मुख्य आरोपी की निशानदेही के आधार पर पुलिस ने चार अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की।
साक्ष्य छुपाना चार को पड़ा महंगा
पुलिस को पता चला कि आरोपी खिरसिन्दुर की मां रुखमणी सोनी ने 4 अगस्त के दिन शव को उठाने के बाद घटनास्थल पर गोबर से लीपापोती करते हुए साक्ष्य छिपाया। अन्य तीन आरोपी लक्ष्मीकांत, सुरजन, धर्मेंन्द्र ने भी हर स्तर पर साथ देकर साक्ष्य छिपाते हुए पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया। इसके चलते ही मामले में चार अन्य आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई कर जेल भेजा है।
जमीन विवाद और पारिवारिक द्वेष बना हत्या का कारण
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी खिरसिन्दुर ने हत्या के पीछे का कारण जमीन विवाद और पारिवारिक द्वेष बताया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि मृतक उसका चाचा था। उसके हिस्से में डेढ़ एकड़ की जमीन थी। वह जमीन वह उनके परिवार को न देकर धर्मेंन्द्र के नाम करने वाला था। इसी के साथ ही वह आए दिन उसके बच्चे के साथ गलत व्यवहार करता था। आरोपी ने बताया कि मृतक धोबलेश्वर ने हाल ही में कुछ दिन पहले भी आरोपी के बच्चे से दुव्र्यवहार किया। पूछताछ में आरोपी ने जमीन विवाद व पारिवारिक द्वेष से हत्या करना स्वीकारा।