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बस्तर पुलिस ने शांतिपूर्ण मतदान के लिए चुनाव आयोग से मांगे 5 हेलीकॉप्टर, बताई ये बड़ी वजह

locationगरियाबंदPublished: Mar 14, 2019 02:20:44 pm

Submitted by:

Ashish Gupta

लोकसभा चुनाव के लिए बस्तर पुलिस ने 5 हेलीकॉप्टर मांगे हैं। इसमें माओवादियों की गतिविधियों को देखते हुए मतदान दलों को पोलिंग बूथ तक सुरक्षित पहुंचाने का हवाला दिया गया है।

lok sabha cg 2019

Chhattisgarh minister Kedar Kashyap’s chopper makes emergency landing

रायपुर. लोकसभा चुनाव के लिए बस्तर पुलिस ने 5 हेलीकॉप्टर मांगे हैं। जल्दी ही इसका प्रस्ताव निर्वाचन आयोग को भेजा जाएगा। इसमें माओवादियों की गतिविधियों को देखते हुए मतदान दलों को पोलिंग बूथ तक सुरक्षित पहुंचाने का हवाला दिया गया है। साथ ही, विधानसभा चुनाव के दौरान भी हेलीकॉप्टरों जरूरत और उनके तैनाती के संबंध में जानकारी दी गई है।
बताया जाता है कि प्रस्ताव में माओवादियों द्वारा चुनाव का बहिष्कार की धमकी दिए जाने देने का उल्लेख करते हुए मतदान को प्रभावित करने के लिए पोलिंग कर्मियों पर हमला करने की आशंका जताई है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान 5 हेलीकॉप्टरों को तैनात किया गया था। इसमें एक एयर एंबुलेंस भी शामिल था।
lok sabha election 2019
फोर्स की सतर्कता के चलते विधानसभा चुनाव के दौरान कोई अनहोनी घटना नहीं हुई थी। इस बार माओवादियों के गतिविधियों को देखते हुए राज्य पुलिस के अफसर अभी से अलर्ट हो गए हैं। अनहोनी आशंका को देखते हुए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं।

अभी इतने हेलीकॉप्टर
माओवादी मोर्चे पर एयरफोर्स 6 हेलीकाप्टरों को तैनात किया गया है। इसमें से 3 छत्तीसगढ़ में और 3 हेलीकॉप्टर ओडिशा तथा झारखंड में तैनात है। इसके अलावा केंद्रीय सुरक्षा बलों के पास दो हेलिकॉप्टर है। इनका उपयोग फोर्स को गंतव्य स्थान पर ऑपरेशन के लिए पहुंचाने और घायल तथा बीमार जवानों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाने के लिए किया जाता है। बता दें कि राज्य पुलिस के पास अपना हेलीकॉप्टर नहीं है। वह एयर फोर्स और सीआरपीएफ के हेलीकॉप्टरों का उपयोग आपातकालीन स्थिति और अभियान करती है।

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माओवाद प्रभावित जिले
बस्तर में सुकमा दंतेवाड़ा बीजापुर और नारायणपुर को सर्वाधिक माओवादी प्रभावित जिला माना जाता है। इन जिलों के अंदरूनी इलाकों में माओवादियों के 20 से अधिक दल सक्रिय है। वह विकास कार्य और चुनाव की प्रक्रिया शुरू होते ही अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए वारदात को अंजाम देती है।

पिछले काफी समय से आगजनी अपहरण और हत्या की घटनाओं को अंजाम दिया गया है। बता दें कि माओवादी मार्च से लेकर मई महीने में सबसे अधिक सक्रियता दिखाते है। इसी दौरान सर्वाधिक वारदातों को अंजाम दिया जाता है। चुनाव आयोग द्वारा प्रथम चरण में 11 अप्रैल को मतदान की तिथि घोषित की गई है।

प्रस्ताव भेजा जाएगा
आइजी बस्तर विवेकानंद सिन्हा ने कहा, माओवादी प्रभावित गोलिंग बूथ और भेजे जाने वाले मतदान दलों की संख्या का आकलन किया गया है। इसके प्रस्ताव को अंतिम रूप देने के बाद जल्दी ही चुनाव आयोग को भेजा जाएगा। साथ ही वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुवे हेलीकाप्टर दिए जाने की मांगी की जाएगी।

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