विधायक ने देखा कि सडक़ में जो डब्लूबीएम कार्य किया गया है, उसमें ओवर साइज गिट्टी का प्रयोग किया गया है। वहीं जो डस्ट डाला गया है, उसकी भी क्वालिटी सही नहीं है। इसके बाद विधायक ने डामर की क्वालिटी भी जांची, जिस पर उन्हें डामर की क्वालिटी भी सहीं नहीं मिला। ग्रामीण चैनसिंग कश्यप ने विधायक को बताया कि डामर की क्वालिटी बहुत ज्यादा खराब है, वह डालते ही दो से तीन दिनों के अंदर निकल जा रही है। इस पर वहीं ग्रामीणों ने यह बताया कि डब्लूबीएम की क्वालिटी इतनी ज्यादा खराब है कि सडक़ में वाहन चलने पर डाले गए डस्ट और गिट्टा दोनों अलग हो रहे है।
सडक़ निर्माण कार्य देख विधायक ने नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल विभाग के कार्यपालन अभियंता प्रदीप कुमार वर्मा से बात की। उन्होंने अभियंता से सही और गुणवत्तापूर्ण तरीके से अंचल में हो रहे पीएम सडक़ के निर्माण को संपन्न करवाने की नसीहत दी। विधायक ने कहा कि जनता के लिए जो सडक़ बनाई जा रही है। उसके गुणवत्ता से जनता ही खुश नहीं है तो ऐसे सडक़ निर्माण से क्या फायदा। ऐसा लगता है कि सडक़ निर्माण कार्य भगवान भरोसे चल रहा है।
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उनके पास अंचल के सभी पीएम सडक़ों की रिपोर्ट पहुंच रही है। सडक़ की स्थिति सभी जगह बहुत ज्यादा खराब है। उन्होंने विधानसभा में पीएम सडक़ों की गुणवत्ता को लेकर सरकार से जवाब मांगने की बात कही। पुजारी ने कहा कि विधानसभा में जिम्मेदार जिला स्तर पर बैठे अधिकारियों को भी बुलाया जाएगा और उनसे पूछा जाएगा कि ठेकेदार किसके संरक्षण में इतना ज्यादा घटिया और स्तरहीन काम को अंजाम देने में लगे हुए है।