पाण्डुका पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार सहसपुर के पास सरगी नाला में शौच के लिए गए ग्रामीणों द्वारा रेत में पड़े नवजात शिशु का शव देखा गया। पुलिस के अनुसार नवजात शिशु की किसी हॉस्पिटल में डिलीवरी हुआ होगा। जन्म से ही मृत होने पर परिजनों द्वारा नाले में किसी जगह दफना दिया गया होगा, जो नाले के पानी बहकर आने की आशंका व्यक्त किया जा रहा है। वही ग्रामीणों में तरह तरह की चर्चाएं चल रही है।
ग्रामीणों के अनुसार हॉस्पिटलों या फिर झोलाछाप डॉक्टर द्वारा अवैध रूप से गर्भ कराने का मामला भी हो सकता है। डिलीवरी के बाद लोक-लाज के डर से नवजात शिशु को नाले में फेंक दिया होगा। नवजात की लाश एक-दो दिन पुराना होने का अनुमान है। ऐसे में सरगी नाले में दो दिन से पानी की धार अभी कम होने से बहकर नहीं आ सकता। हो सकता है किसी ने यही आसपास ही फेंका होगा।
एसआई हिमांचल ध्रुव ने बताया कि नवजात की लाश का पंचनामा कर पीएम के लिए छुरा भेजा गया। जहां पोस्टमार्टम नहीं होने पर रायपुर भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि नाले में नवजात का शव मिलना कई प्रश्न खड़ा करता है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही सब पता चल पाएगा।