स्कूल के प्रधानपाठक उध्दव राम कश्यप ने बताया कि शिक्षक के स्कूल खोलने के बाद दो बच्चे अपना बस्ता कक्षा में रखकर बाहर चले गए थे। वहीं शिक्षक अंदर जाने की तैयारी में थे। तभी स्कूल के प्रवेश करने वाले कमरे के ऊपर का स्लैब अचानक गिर पड़ा। बच्चे उस वक्त स्कूल में नहीं थे। शिक्षक भी बाहर ही थे। इसी के चलते एक बड़ी घटना टल गई। मामले में सूचना पर पहुंचे एबीईओ अरविन्द धु्रव ने स्कूल की व्यवस्थाएं देखने के बाद आंगनबाड़ी में स्कूल लगाने के निर्देश दिए।
उचित व्यवस्था जल्द नहीं हुई तो करेंगे उग्र आंदोलन: निष्टीगुड़ा के सरपंच शिवशंकर नायक ने बताया कि शिक्षक पिछले कई सालों से जिम्मेदार अधिकारियों को जानकारी देते आ रहे हैं कि 25 साल पुराना स्कूल भवन अतिजर्जर हो चुका है। ऐसी स्थिति में यहां स्कूल लगाना खतरे से खाली नहीं होगा। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों ने किसी तरह का व्यवस्था करना उचित नहीं समझा।
सरपंच ने कहा कि आज हुई घटना ने शिक्षा विभाग के तमाम व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी है। सरपंच ने साफ तौर पर कहा कि आने वाले 15 दिनों के अंदर यदि शिक्षा विभाग उचित व्यवस्था नहीं करता है तो फुल्ली मुड़ा के पालक, बच्चों के साथ शाला का बहिष्कार कर सडक़ पर आकर धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे।