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गणेश पंडालों के प्रवेश द्वार पर तैनात रहेंगे जवान, शहर में दिखेगी सख्ती, जान लीजिए ये नियम

locationगरियाबंदPublished: Aug 23, 2020 06:31:59 pm

Submitted by:

Ashish Gupta

गणेशात्सव (Ganesh Utsav) शुरू होने के बाद इस रविवार को कुछ अलग नियम रहेंगे। गणेश पूजा के दूसरे दिन ही रविवार पड़ने के कारण झांकी देखने वालों की भीड़ के मद्देनजर प्रशासन ने सख्ती करने की पूरी तैयारी कर ली है।

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गणेश पंडालों के प्रवेश द्वार पर तैनात रहेंगे जवान, शहर में दिखेगी सख्ती, जान लीजिए ये नियम

रायपुर. गणेशात्सव (Ganesh Utsav) शुरू होने के बाद इस रविवार को कुछ अलग नियम रहेंगे। गणेश पूजा के दूसरे दिन ही रविवार पड़ने के कारण झांकी देखने वालों की भीड़ के मद्देनजर प्रशासन ने सख्ती करने की पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए कलेक्टर ने एसएसपी को पुलिस बल तैनात करने के लिए कहा है। शहर के गणेश प्रतिमा बैठाने के लिए बनाए गए सभी पंडालों के प्रवेश द्वार पर दो पुलिस जवानों को तैनात करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा मास्क पहन कर नहीं निकलने वालों पर गणेशात्सव के समय कार्रवाई तेज करने की बात कही है। रात में भी पुलिस और नगर निगम का अमला बिना मास्क के निकलने वालों पर कार्रवाई करेगा।

धारा 144 रहेगी लागू
कलेक्टर डॉ.एस भारतीदास ने बताया कि जिले में रात 9 बजे के बाद धारा 144 लागू है। इस दौरान जो इसका उल्लंघन करके घूमता मिलेगा, उसपर कार्रवाई की जाएगी। इस वर्ष लोग देर रात तक गणेशात्सव के समय शहर नहीं घूम सकेंगे। रात 9 बजे के बाद घूमने वालों पर पुलिस कार्रवाई करेगी।

कलेक्टर ने बचाव नियमों का पालन करने की अपील की
नियमानुसार इस रविवार को भी पूर्ण लॉकडाउन रहेगा और बाजार बंद रहेगाञ कलेक्टर ने कहा कि जनता को कोरोना वायरस के विरूद्ध लड़ाई में जागरूक होना होगा। सभी को मास्क पहनना होगा, सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा। साथ ही अनावश्यक घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। उन्होंने सभी से अपने-अपने घरों में पूजा उपासना करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि धार्मिक-उपासना स्थलों पर कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक है कि एक समय में पांच से अधिक व्यक्ति एकत्रित न हों और सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का कड़ाई से पालन किया जाए।

इस बार झांकी की अनुमति नहीं
– जिला प्रशासन की तरफ से इस बार झांकी की भी अनुमति नहीं दी गई है।

– मूर्ति का साइज 4 फीट और पंडाल का 15 फीट से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
– पंडाल में कुर्सियां नहीं लगेंगी, साथ ही 20 से ज्यादा लोग एक बार में वहां मौजूद नहीं होंगे।
– मूर्ति दर्शन के लिए आने वाले लोगों का भी नाम पता और मोबाइल नंबर लिखना होगा, जिससे संक्रमित मिलने पर उसका कांटेक्ट मिल सके।
– पंडाल में सीसीटीवी लगाना होगा। बिना मास्क के मूर्ति दर्शन की अनुमति नहीं होगी। आने व जाने वालों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जाएगी।
– सेनिटाइजर, थर्मल स्क्रीनिंग, ऑक्सीमीटर, हैंडवॉश, क्यू मैनेजमेंट की व्यवस्था करनी होगी। थर्मल स्क्रीनिंग में बुखार मिलने पर पंडाल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
– अगर पंडाल में दर्शन के लिए आया व्यक्ति अगर संक्रमित होता है, तो आयोजकों को पूरा खर्च उठाना होगा।
– इस बार पूजा के दौरान जगराता, भंडारा आदि कार्यक्रमों की इजाजत नहीं होगी। पूजा के दौरान प्रसाद व चरणामृत समेत किसी भी चीज को बांटने की मनाही होगी।
– मूर्ति विसर्जन के लिए सिर्फ एक गाड़ी होगी। झांकी की अनुमति नहीं होगी। विसर्जन के लिए सिर्फ 4 लोग ही जा सकेंगे, जो गाड़ी के साथ जाएंगे। मूर्ति स्थापना के लिए निगम की अनुमति लेनी होगी।
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