* 100 ग्राम के 104 जनप्रतिनिधियों ने जनता के साथ किया प्रदर्शन
मनमानी बिजली कटौती से परेशान ग्रामीणों ने किया सत्याग्रह आंदोलन, मैनपुर देवभोग के सैकड़ो ग्रामीण पहुँचे कलेक्ट्रेट
गरियाबंदः विद्युत कटौती से परेशान लोगों ने आज बिजली सत्याग्रह का शंखनाद कर दिया है। गरियाबंद में इन दिनों बिजली सत्याग्रह चल रहा है देवभोग तथा मैनपुर इलाके के 100 से अधिक गांव के लोगों ने बैठक कर हर गांव से एक एक आदमी भेजने का निर्णय किया और आज जिला गरियाबंद के कलेक्ट्रेट पहुंचे। अत्यधिक विद्युत कटौती से ग्रामीणों में नाराजगी है और आरोप है कि सुबह-शाम 2-2 घंटे कटौती की जाती है इसके अलावा रोजाना चार-पांच घंटे और विद्युत अवरोध होता है। जनता की समस्यायों को सुलझाने मैनपुर तथा देवभोग इलाके के सभी बड़े जनप्रतिनिधि गरियाबंद पहुंचे थे।
वहीं शासन-प्रशासन भी विषय को लेकर परेशान नज़र आ रही है लेकिन समस्या का समाधान नहीं कर रहे है। दरअसल इनदागांव में 132 केवी का सब स्टेशन बनना है जो 5 बार टेंडर निकलने के बाद भी कोई टेंडर लेने को तैयार नहीं है। सबस्टेशन नहीं बनने के चलते ग्रामीण इलाकों में जबरदस्त लो वोल्टेज रहता है जिसे काम चलाने के लिए अल्टरनेटिव तरीके से किसी ना किसी इलाके की बिजली हर वक्त काटनी पड़ रही है। वहीं इस इलाके की विद्युत लाइन जंगलों से होकर गुजरने के कारण हल्की सी आंधी में भी बिजली कटौती हो जाती है।
क्या है बिजली सत्याग्रह
ऐसे में दिन ब दिन बढ़ती जा रही विद्युत समस्याओं से ग्रामीण बेहद आक्रोशित है लगातार बैठकें होने के बाद बीते कल लगभग 50 गांवों के ग्रामीणों ने बैठक रखी और आज लगभग 100 ग्रामों से एक, दो ग्रामीण एकत्र होकर बिजली सत्याग्रह नाम का आंदोलन प्रारंभ किया है । आंदोलन के तहत सभी गांवों से एक एक प्रतिनिधि एकत्र होकर आज गरियाबंद जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे थे लेकिन आचार संहिता के नियमों के चलते इन्हें दरवाजे पर ही रोक दिया गया। जिसके बाद एसडीओपी संजय ध्रुव, अपर कलेक्टर राहुल देव शर्मा, एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर ने ग्रामीणों को समझाया लेकिन सभी ग्रामीण एक साथ कलेक्टर से मिलने जाना चाहते थे। अंत में जब अधिकारी इसके लिए तैयार हुए तब तक बहुत से जनप्रतिनिधि वापस जा चुके थे जिसके चलते बाकी बचे जनप्रतिनिधियों ने भी ज्ञापन देने और मिलने से इंकार कर दिया। आज हुए इस आंदोलन में देवभोग और मैनपुर क्षेत्र से पहुंचे हुए 104 जनप्रतिनिधियों ने अपनी मांगों को गंभीरता से रखने का प्रयास किया है।