11 अगस्त 2016 को बदमाशों ने भाजपा नेता बृजपाल तेवतिया समेत उनके छह साथियों पर आधुनिक हथियारों से सौ राउंड से भी ज्यादा फायरिंग की थी। उस जानलेवा हमले बृजपाल तेवतिया समेत सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस घटना में जिस तरह से एके-47 का इस्तेमाल हुआ और सुनियोजित तरीके से इतना बड़ा हमला किया गया। उसने शासन प्रशासन की नींद उड़ा दी थी।
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मातृत्व अवकाश पर इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला, दो साल के गैप की कोई बंदिश नहीं बृजपाल तेवतिया ने मजबूती के साथ लड़ी कानूनी लड़ाई पुलिस ने घटना में शामिल सभी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज कर मजबूत पैरोकारी की है। घटना में शामिल शेखर, मनीष व मनोज आदि के खिलाफ़ वादी बृजपाल तेवतिया ने कानूनी लड़ाई लड़ी। जिसमें पुलिस ने भी इस गैंग के खिलाफ अदालत में मजबूती से अपना पक्ष रखा। इस कारण इन बदमाशों के खिलाफ कानूनी लड़ाई इस मुकाम पर पहुंची है।
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पुलिस चाैकी को फूंकने और अधिकारियों की गाड़ियों में तोड़फोड़ करने वाले 30 गिरफ्तार सुप्रीम कोर्ट ने दिए थे जल्द सुनवाई के आदेश शेखर जाट पर करीब चार दर्जन से ज्यादा संगीन मामले दर्ज हैं। उसके आपराधिक रिकॉर्ड को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने भी मामले की जल्द सुनवाई के आदेश दिए थे और शेखर जाट को जमानत देने से मना कर दिया था। आज शनिवार को इस मामले में सजा पर बहस होगी और उसके बाद अदालत अपना फैसला सुनाएगी। शासकीय अधिवक्ता के मुताबिक इस मामले में वह अधिकतम सज़ा की मांग करेंगे, ताकि समाज मे ऐसे लोगों के खिलाफ एक अच्छा संदेश जाए।