सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही मासूम ने दम तोड़ दिया था। इस घटना के बाद से इलाके के लोगों में प्लॉट मालिक के खिलाफ बेहद गुस्सा भरा है। पुलिस द्वारा मासूम के बच्चे को कब्जे में लेकर कानूनी कार्रवाई किए जाने की तैयारी की जा रही थी। लेकिन मासूम के परिजनों द्वारा बच्चे का पोस्टमार्टम कराए जाने से पूरी तरह इनकार कर दिया। इसकी जानकारी पुलिस के आला अधिकारियों को भी मिली जिसके बाद वह भी मौके पर पहुंचे और मासूम के बच्चे के परिजनों के बयानों के आधार पर कार्रवाई की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार थाना विजय नगर इलाके की सुदामा पुरी कॉलोनी में एक परिवार रहता है। उस घर में रहने वाला 2 साल का मासूम बच्चा अपने घर के सामने खाली पड़े प्लॉट में खेल रहा था ।उस खाली प्लॉट में पहले से ही गहरा पानी का गड्ढा बना हुआ था। बच्चा खेलते हुए हुए अचानक पानी के गड्ढे में ही जा गिरा। इसी दौरान बच्चे की खोजबीन शुरू हुई। लेकिन जब बच्चा आसपास कहीं नहीं दिखाई दिया तो खाली प्लॉट में भी देखा गया । जिसके बाद बच्चा पानी के गड्ढे में पड़ा हुआ दिखाई दिया। जिसे आनन-फानन में बाहर निकाला गया और उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही मासूम बच्ची ने दम तोड़ दिया। जैसे ही यह खबर आसपास के लोगों ने सुनी तो लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई।
उधर, मासूम के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। मृतक अरमान के बच्चे के पिता ने बताया कि यह प्लॉट पिछले काफी समय से खाली पड़ा हुआ है और इसके अंदर एक गहरा गड्ढा भी है। इसमें इससे पहले भी दो बकरियों की डूबकर मौत हो गई थी । जिसके बाद प्लाट मालिक सिराजुद्दीन से इस गड्ढे को भरने के लिए कई बार कहा गया लेकिन वह गड्ढा नहीं भरा गया।
इस पूरे मामले में गाजियाबाद के एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि थाना विजय नगर इलाके की सुदामा पुरी कॉलोनी में एक खाली प्लॉट पड़ा हुआ था। जिसके अंदर एक पानी का गहरा गड्ढा था। जिसके अंदर पास में ही रहने वाला 2 साल का अरमान बच्चा खेलते हुए डूब गया था। जिसके कारण बच्चे की मौत हो गई थी। इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को मिली सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जैसे ही कार्यवाही शुरू की तो मृतक बच्चे के परिजनों द्वारा किसी तरह की कोई कार्रवाई से इंकार कर दिया गया है।