दरअसल, एसोसिएशन ऑफ फूड ऑपरेटर्स अध्यक्ष अनिल गुप्ता ने 13 नवंबर को गाजियाबाद एसएसपी सुधीर कुमार सिंह के नाम एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा कि गाजियाबाद के विभिन्न थाना व चौकी में तैनात पुलिसकर्मी होटलों में न सिर्फ खुद फ्री खाना खाते हैं, बल्कि परिवार के लिए भी पैक कराकर ले जाते हैं। इतना ही नहीं चौकी व थानों में होने वाली पार्टी आदि के लिए फोन पर स्नैक्स आदि मंगा लिए जाते हैं, लेकिन भुगतान नहीं किया जाता है। उनका आरोप है कि दिवाली पर सभी थानाध्यक्षों के नाम पर लाखों रुपये की मिठाई व गिफ्ट पैक भी फ्री मंगाए गए। हालांकि कुछ ने आधी कीमत का भुगतान किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब व्यापारी मुफ्त में कुछ भी देने से मना करते हैं तो उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी दी जाती है। इस प्रकार आए दिन परेशान किया जाता है। पुलिसकर्मी व्यापारियों पर अतिक्रमण करने के साथ ही पार्किंग नहीं बनाने का भी आरोप लगाते हैं। उन्होंने कहा कि व्यापारी पुलिस के चक्कर से बचने के लिए नुकसान उठाकर भी शांतिपूर्वक व्यवसाय करना पसंद करते हैं। इसलिए पुलिस हमसे किसी तरह के सबूत न मांगे। उन्होंने एसएसपी से थानाध्यक्षों को मुफ्तखोरी छोड़ने के आदेश देने की अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने सर्किल स्तर पर नोडल अधिकारी की नियुक्ति की मांग भी की है।
एसपी सिटी से करें शिकायत इस संबंध में गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया है कि सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें शिकायत मिली है, लेकिन उस पत्र पर कोई नंबर नहीं है। इसलिए बताए गए पते पर जवाब भेज दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने एसपी सिटी का सीयूजी नंबर 9643322901 जारी करते हुए कहा है कि यदि गाजियाबाद में कहीं भी पुलिसकर्मी मुफ्त में खाना खाते हैं तो इस नंबर पर शिकायत करें। उन्होंने पुराने बिलों को एसएसपी कार्यालय में देने के लिए भी कहा है, ताकि उनको भुगतान किया जा सके।