डीएम ने दिए थे ये निर्देश दरअसल पहले भी कावड़ यात्रा की तैयारियों के संबंध में जिलाधिकारी द्वारा की गई बैठक के दौरान निर्देशित किया गया था कि गंग नहर पटरी की सफाई, किनारे लगी झाड़-फूस, बेरिकेटिंग, जाल लगाने एवं गोताखोरों की व्यवस्था करायी जाए एवं कर्मियों की रोस्टरवार ड्यूटी भी लगाना सुनिश्चित किया जाए। इसकी एक प्रति भिजवायी जाए। इस संबंध में स्थलीय निरीक्षण के दौरान पाया गया कि गंगनहर में वर्तमान में पानी काफी गहरा है एवं अभी तक बेरिकेटिंग की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। आसपास की जगह पर जाल के स्थान पर कंटीले तार लगे हुए पाए गए, जबकि जाल लगाया जाना नितान्त आवश्यक है। इसके अतिरिक्त नहर के किनारे लकड़ी की बेरिकेटिंग लगी हुई है, जिसपर लोग चढ़ जाते हैं, और वह कभी भी टूट सकती है जिससे दुर्घटना भी हो सकती है।
इस बार 4 गुना श्रद्धालुओं की पहुंचने की संभावना गौरतलब है कि कांवड़ यात्रा पर लाखों की संख्या में शिवभक्त कांवड़ियों/श्रद्धालुओं के हरिद्वार आदि तीर्थ स्थलों से गंगाजल लेकर शिव मन्दिरों में पहुंचने की सम्भावना है। कोरोना काल के के कारण इस बार के कांवड़ मेले में करीब 4 गुना श्रद्धालुओं की पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। वहीं श्रावण शिवरात्रि के पर्व को सकुशल सम्पन्न कराये जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह द्वारा अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु सुहास को मोदीनगर/मुरादनगर क्षेत्र का सुपर जोनल मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है।