बता दें कि गाजियाबाद में प्राइवेट स्कूलों में फीस को लेकर स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों और स्कूल मैनेजमेंट के बीच लगातार लड़ाई चल रही है। अभिभावकों का कहना है कि प्राइवेट स्कूल प्रबंधन द्वारा अचानक ही बेतहाशा फीस में वृद्धि कर दी जाती है। जिसके बाद अभिभावक अपने आप को ठगा सा महसूस करते हैं। इस महंगाई के दौर में अचानक ही बढ़ी फीस देना उनके लिए बड़ा मुश्किल होता है। इसके चलते छात्रा के परिजनों ने छात्रा की फीस नहीं भरी। जिसके बाद स्कूल प्रबंधन द्वारा छात्रा का एडमिट कार्ड रोक दिया गया।
इससे परेशान होकर छात्रा ऑल स्कूल पेरेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर के तले डीआईओएस के कार्यालय के सामने ही धरने पर बैठ गई थी। इन्होंने मांग की थी कि छात्रा का 1 साल बेकार न कराया जाए और उसका एडमिट कार्ड तत्काल प्रभाव से जारी किया जाना चाहिए। नहीं तो उनका धरना जारी रहेगा। इस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने संज्ञान लिया और स्कूल को एडमिट कार्ड जारी करने के निर्देश दिए।