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पाल ने कहा कि जिस प्रकार जीवन के लिए हवा, पानी, भोजन की आवश्यकता है। ठीक वैसे ही ऊर्जा (बिजली) आज हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है। बगैर इसके हम जीवन की कल्पना नहीं कर सकतें है। वर्तमान में विश्व के तमाम देशों की अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने और देश की तरक्की में ऊर्जा का महत्वपूर्ण योगदान है।
पाल ने कहा कि जिस प्रकार जीवन के लिए हवा, पानी, भोजन की आवश्यकता है। ठीक वैसे ही ऊर्जा (बिजली) आज हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है। बगैर इसके हम जीवन की कल्पना नहीं कर सकतें है। वर्तमान में विश्व के तमाम देशों की अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने और देश की तरक्की में ऊर्जा का महत्वपूर्ण योगदान है।
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उन्होंने स्थानीय द बेस्ट कोचिंग क्लासेज के छात्राओं में विकिरण (रेडिएशन) के भय को दूर करने का प्रयास किया गया। साथ ही कोचिंग के छात्रों को एक था बुधिया (कहानी खुशहाल गांव की) काॅमिक निःशुल्क प्रदान की । संदीप पाल ने कहा कि आजादी के इतने सालों बाद भी देश में 20-25 प्रतिशत लोगों को अपना जीवन अन्धकार में व्यतीत करना पड़ा रहा है। जिस कारण उक्त क्षेत्रों में शिक्षा, चिकित्सा सेवा बदहाल है, उद्योग-धंधे प्रभावित हैं, लोग आर्थिक रूप से पिछडे़ हुये हैं। आज केन्द्र और राज्य सरकारों के लिए देश की जनता को 24 घंटे सस्ती बिजली उपलब्ध कराना चुनौती बन गया है।
उन्होंने स्थानीय द बेस्ट कोचिंग क्लासेज के छात्राओं में विकिरण (रेडिएशन) के भय को दूर करने का प्रयास किया गया। साथ ही कोचिंग के छात्रों को एक था बुधिया (कहानी खुशहाल गांव की) काॅमिक निःशुल्क प्रदान की । संदीप पाल ने कहा कि आजादी के इतने सालों बाद भी देश में 20-25 प्रतिशत लोगों को अपना जीवन अन्धकार में व्यतीत करना पड़ा रहा है। जिस कारण उक्त क्षेत्रों में शिक्षा, चिकित्सा सेवा बदहाल है, उद्योग-धंधे प्रभावित हैं, लोग आर्थिक रूप से पिछडे़ हुये हैं। आज केन्द्र और राज्य सरकारों के लिए देश की जनता को 24 घंटे सस्ती बिजली उपलब्ध कराना चुनौती बन गया है।
यह भी पढ़ेंः मायावती के खिलाफ सीबीआई जांच शुरू होते ही बसपा के दिग्गज नेता ने गठबंधन पर दिया चौंकाने वाला बयान यह VIDEO भी देखेंः दिल्ली-NCR पहुंचा तूफान उन्होंने कहा कि वर्तमान में पारंपरिक श्रोतों से ऊर्जा की आपूर्ति सम्भव नहीं है। देश में कोयले और गैस के भंडार सीमित हैं तथा जीवाश्म ईंधन प्रचलित बिजलीघरों से उत्पन्न होने वाली ग्रीन हाउस गैसों के प्रति विश्व की बढ़ती चिन्ताओं के कारण आने वाले समय में परमाणु ऊर्जा को प्रोत्साहित करना तथा प्रयोग में लाना अति आवश्यक है। आज देश में कुछ संगठन द्वारा जनता में रेडिएशन का भय दिखाकर उनके मन में परमाणु संयंत्र कों लेकर भ्रामक फैलाया जा रहा है। जबकि आज रेडिएशन का इस्तेमाल एक्सरे व कैंसर की बीमारी समेत अन्य बीमारियों से लड़ने में किया जा रहा है। ऐसे संगठन व लोग देश के विकास की राह में बाधा हैं। हम कह सकते है कि विकरण शत्रु नहीं मित्र है।
एनपीसीआईएल के संदीप ने कहा कि आज फ्रांस, रूस, चाईना, जापान, ब्रिटेन, अमरीका समेत विश्व के 31 देशों ने परमाणु ऊर्जा का बेहतर इस्तेमाल कर खूब तरक्की की है। ऐसे में हम और हमारा देश पीछे क्यो रहे। रेडिएशन से डरने की जरूरत नहीं है, आज बीमारियों से लड़ने में, सूई को संक्रमण से बचाने, फलों को सड़ने व अन्य चीजों में रेडिएशन का इस्तेमाल होता है, जो हमारे हित में है। इसलिए हम कह सकते हैं कि विकरण दुश्मन नहीं दोस्त है।